सूरत

अब ट्रांसप्लांट के लिए सूरत से बाहर नहीं जाना पड़ेगा,  Smt. R B Shah Mahavir Hospital में पहला किडनी ट्रांसप्लांट

अब महावीर हॉस्पिटल को लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट की भी अनुमति मिली

श्री महावीर हेल्थ एंड मेडिकल रिलीफ सोसाइटी पिछले 45 वर्षों से दक्षिण गुजरात के लोगों को अपनी चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही है, अस्पताल हर साल अपनी सुविधाओं को उन्नत कर रहा है। अब महावीर हॉस्पिटल को लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट की भी अनुमति मिल गई है। अब महावीर में ऐसे सभी मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। अब उन्हें किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए मुंबई, अहमदाबाद या नडियाद नहीं जाना पड़ेगा। हार्ट और लंग्स की अनुमति 2 साल पहले ही मिल गई थी।

महिला की दोनों किडनी काम नहीं कर रही थीं

40 साल की  महिला लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। उनकी दोनों किडनी काम नहीं कर रही थीं। वह डॉ. वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट सिद्धार्थ जैन से सलाह ली तो डॉक्टर ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी। मरीज को महावीर हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट कार्यक्रम की सुविधाओं के बारे में पता चला। सारी जांच और समझ के बाद मरीज डॉ. सिद्धार्थ जैन, डॉ. अनिल पटेल, जेनिस पुरोहित (नेफ्रोलॉजिस्ट) और डॉ. जिग्नेश घेवरिया, डॉ. कुमार नायक एवं डॉ. कपिल ठक्कर (यूरोलॉजिस्ट) की टीम के तहत महावीर अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण कराने का निर्णय लिया। मरीज को 16 जुलाई 2024 को भर्ती कराया गया था।

मां ने की  एक किडनी अपनी बेटी को दान

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह लाइव डोनर ट्रांसप्लांट था, यानी मरीज की मां ने खुद अपनी एक किडनी अपनी बेटी को दान की थी। सर्जरी के 6 दिन बाद मां को छुट्टी दे दी गई और जिस मरीज को किडनी मिली थी, उसे आज छुट्टी दी जा रही है। दोनों मरीज बिल्कुल सामान्य हैं और अपना सारा काम नियमित रूप से स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं। अब तक महावीर हॉस्पिटल में 6 हृदय, 1 लीवर, 1 किडनी और 43 अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किये जा चुके हैं।

इस टीम ने किया कैडेवर लिवर ट्रांसप्लांट

साथ ही महावीर में किया गया पहला कैडेवर लिवर ट्रांसप्लांट 25 मार्च 2024 को सफलतापूर्वक किया गया। इसका जिक्र करना बहुत जरूरी है। जिसे सर एच एन रिलायंस टीम डॉ. रवि मोहनका की टीम डॉ. नरेश गाबानी ने किया। इसके अलावा महावीर हॉस्पिटल ने स्ट्राइकर माको द्वारा रोबोटिक घुटना रिप्लेसमेंट लॉन्च किया है जो सीटी आधारित योजना, एक्यूस्टॉप हैप्टिक तकनीक और डेटा विश्लेषण के साथ सही योजना बनाकर सर्जरी में डॉक्टर की मदद करता है ताकि सटीक सर्जरी दर्द रहित हो।

एआई आधारित एमआरआई मशीन

वर्तमान में अस्पताल ने एक बायोफायर सिस्टम खरीदा है जो एक घंटे के भीतर विभिन्न वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों का निदान करता है और उपचार करने वाले डॉक्टर को जल्द से जल्द उपचार शुरू करने और रोगी के अस्पताल में रहने की अवधि को कम करने में मदद करता है। एआई आधारित एमआरआई मशीन को अपग्रेड किया गया है जो हृदय, किडनी आदि की भी जांच कर सकती है।

सुपर स्पेशियलिटी कैंसर अस्पताल शुरू करेंगी

ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमती. रूपाबेन मेहता और उप. चेयरपर्सन श्रीमती मिताबेन शाह ने घोषणा की कि महावीर हेल्थ एंड मेडिकल रिलीफ सोसायटी 110 बेड का सुपर स्पेशियलिटी कैंसर अस्पताल और सेनेटोरियम बना रही है जो जल्द ही शुरू होगा। इसमें कैंसर रोगियों के इलाज के लिए दक्षिण गुजरात में सबसे अच्छा बुनियादी ढांचा होगा। इसके बाद कैंसर मरीज को इलाज के लिए मुंबई या अहमदाबाद नहीं जाना पड़ेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button