सूरत : भगवत गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने का किया समर्थन, कलक्टर को ज्ञापन सौंपा
गुरू शिष्य का नाता है, गीता हमारी माता है के नारे लगाए
राज्य सरकार ने ने शैक्षणिक वर्ष में छात्रों के पाठ्यक्रम में भगवत गीता को शामिल कया गया है। भगवत गीता के पाठ्यक्रम का कुछ जगहों पर विरोध देखा जा रहा है। ऐसे में सूरत में कलक्टर कार्यालय पहुंचकर श्रीमद भगवत गीता समर्थन समिति ने भगवदगीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने का समर्थन करते हुए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। साथ ही गुरू शिष्य का नाता है, गीता हमारी माता है के नारे लगाए।
श्रीमद् भगवत गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने का कुछ लोग विरोध कर रहे है। आज गुरूवार को भगवत गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने के समर्थन देते हुए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। श्रीमद् भगवत गीता के अध्ययन से बचपन से ही हताशा और निराशा से बच्चों बाहर आ सकते है। कुछ लोग इस मूल्य को समझ नहीं पा रहे है। धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्था अग्रणियों ने ज्ञापन सौंपा।
स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल के दीपक राज्यगुरू ने कहा कि भगवत गीता के मूल्य और सिद्धांतों का प्रारूप स्वरूप पाठ्य पुस्तकों को दिया गया है। जिसका कई जगहों पर विरोध हो रहा है, जो उचित नहीं है। सरकार से पाठ्यक्रम यथावत रखने की मांग के कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर की गई।