
महर्षि पराशर जयंती का भव्य आयोजन संपन्न
सूरत। सीरवी समाज वाड़ी में महर्षि पराशर जयंती का भव्य उत्सव धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। पारीक समाज सूरत की संस्था पारीक विकास ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस समारोह में समाज बंधुओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ संरक्षक धारेश पारीक, पुषाराम जोशी, अध्यक्ष दामोदर पारीक, संयोजक शिवराज पारीक एवं कोषाध्यक्ष मनोज पारीक ने किया। इसके पश्चात सांस्कृतिक सचिव मुकेश पारीक एवं महेश पारीक के मार्गदर्शन में बीकानेर से पधारे भजन गायक रमेश पारीक ने भजनों की प्रस्तुति देकर आध्यात्मिक वातावरण को प्रफुल्लित किया।
महामंत्री प्रदीप पारीक द्वारा आयोजित ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में समाज के बच्चों, महिलाओं एवं पुरुषों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
रामावतार पारीक ने महर्षि पराशर जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे कृषि एवं वनस्पति विज्ञान के जनक थे, आज भी कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मूल आधार है और सांस्कृतिक विरासत के लिए अमूल्य है।
पारीक विकास ट्रस्ट द्वारा समाज सेवा ,गौ सेवा एवं स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए, मेडिकल फंड एवं मेडिकल पॉलिसी में सहयोग हेतु समाजजनों से आवाहन किया गया।
कार्यक्रम में समाज की स्वास्थ्य नीति में संशोधन का निर्णय भी लिया गया, जिसमें स्वास्थ्य सचिव कैलाश जोशी एवं सह-कोषाध्यक्ष बनवारी पारीक अहम भूमिका निभाएंगे।
पर्यावरण सचिव मनीष पारीक ने कहा कि “हम उस ऋषि की संतान हैं, जिन्हें वनस्पति विज्ञान का जनक माना जाता है, अतः संस्था वृक्षारोपण जैसे पर्यावरणीय कार्य निरंतर जारी रखेगी।”
इस अवसर पर संरक्षक भागीरथ पंड्या, जनार्दन पारीक, रामरतन बोहरा, ओमप्रकाश पारीक, अंकलेश्वर से हनुमान प्रसाद पारीक, बच्चन पारीक, अनिल बोहरा, पंकज पारीक, सह-सचिव चेतन पारीक, भेराराम पंड्या ,रमेश पारीक ,ओम प्रकाश , विनोद पारीक ,सुशील पारीक सहित हजारों पारिक बंधु उपस्थित रहे।
समाज एवं शहर की विशिष्ट हस्तियों में सूरत महानगर चेयरमैन विजय चोमल, नगर सेवक दिनेश राजपुरोहित, राजस्थान युवा संघ अध्यक्ष विक्रम सिंह शेखावत, विप्र सेना गुजरात अध्यक्ष तोला राम सारस्वत, विप्र फाउंडेशन सूरत अध्यक्ष घनश्याम सेवक, विप्र सेना गुजरात अध्यक्ष लालचंद सारस्वत की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
अंत में सुरुचि भोज एवं खीरानंद प्रसाद के साथ कार्यक्रम का मंगल समापन हुआ।



