Krsnaa Diagnostics Limited का आईपीओ 04 अगस्त, 2021 को खुलेगा
मुंबई: कृष्णाडायग्नॉस्टिक्स लिमिटेड, जो भारत का एक सबसे बड़ा डिफरेंशियेटेड सेवा प्रदाता है (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट), का आईपीओ बुधवार, 04 अगस्त, 2021 को खुलने जा रहा है।
ऑफर का प्राइस बैंड 933 रु. से 954 रु.प्रति इक्विटी शेयरतय किया गया है। । न्यूनतम 15 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 15 इक्विटी शेयरों के गुणकों में बोली लगाई जा सकती है। ऑफ़र शुक्रवार, 06 अगस्त, 2021 को बंद होगा।
आईपीओ में कुल `4,000.00 मिलियन तक का फ्रेश इश्यू (”फ्रेश इश्यू”) और 8,525,520इक्विटी शेयर्स का ऑफर फॉर सेल (”ऑफर्ड शेयर्स”)शामिल है, जिसमें फीकैपिटल ट्रस्ट-फी कैपिटल ग्रोथ फंड-I, (”विक्रेता शेयरधारक 1”) के 1,600,000इक्विटी शेयर्स, किटारा PIIN 1104 (”विक्रेता शेयरधारक 2”)के3,340,713 इक्विटी शेयर्स, सोमरसेट इंडस हेल्थकेयर फंड आईलिमिटेड (”विक्रेता शेयरधारक 3”)के 3,563,427 इक्विटी शेयर्स और लोटस मैनेजमेंट सॉल्यूशंस (एक्टिंग थ्रू मयूर सरदेसाई) (”विक्रेता शेयरधारक 4”) के 21,380 इक्विटी शेयर्स हैं। इस ऑफर में `200.00 मिलियन तक का आरक्षण शामिल है जो पात्र कर्मचारियों (”कर्मचारी आरक्षण हिस्सा”) द्वारा सब्सक्रिप्शन किये जाने के लिए हैं।
यह ऑफर सिक्योरिटीज कंट्रैक्ट्स (रेग्यूलेशन) रूल्स, 1957, यथासंशोधित (”एससीआरआर”) के नियम 19(2)(बी) के नियमों की शर्तों, सेबी आईसीडीआर रेग्यूलेशंस के विनियमन 31 के साथ पढ़ें, के अनुसार बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है। यह ऑफर सेबी आईसीडीआर रेग्यूलेशंस के विनियमन 6(2) के अनुसार बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है जहां नेट ऑफर का 75 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (”क्यूआईबी”) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा (”क्यूआईबी हिस्सा”), बशर्ते कंपनी, बीआरएलएम के परामर्श से विवेक के आधार पर क्यूआईबी पोर्शन का 60 प्रतिशत तक का हिस्सा एंकर निवेशकों को आवंटित कर सकते हैं, जिसमें से एक-तिहाई हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या इससे अधिक मूल्य पर घरेलू म्यूचुअल फंड्स से वैध बोलियां प्राप्त हों। एंकर निवेशक हिस्से में सब्सक्रिप्शन कम होने या अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स, क्यूआईबी पोर्शन में जुड़ जायेंगे। आगे नेट क्यूआईबी पोर्शन का 5 प्रतिशत केवल म्यूचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा और क्यूआईबी पोर्शन का शेष हिस्सा सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) – जिसमें म्यूचुअल फंड्स भी शामिल हैं – को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। यदि नेट ऑफर का न्यूनतम 75 प्रतिशत हिस्सा क्यूआईबी को आवंटित नहीं हो पाता है, तो कंपनी को प्राप्त निविदा राशि लौटा दी जायेगी।
आगे, नेट ऑफर का अधिक से अधिक 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा और नेट ऑफर का अधिकतम10 प्रतिशत हिस्सा सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं (‘‘आरआईबी’‘) को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते उनसे ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। आगे, `200.00 मिलियन तक के इक्विटी शेयर्स पात्र कर्मचारियों को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होंगे, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। सभी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को अनिवार्य रूप से एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (”एएसबीए”) का उपयोग करना होगा और उन्हें उनके एएसबीए खातों एवं यूपीआई आईडी (आरआईबी के मामले में) की जानकारी प्रदान करनी होगी, जिसमें सेल्फ सर्टिफाइलड सिंडिकेट बैंक्स (”एससीएसबी”) द्वारा या यूपीआई विधि – जैसा लागू हो – के तहत संबंधित बोली राशि अवरुद्ध कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए एंकर निवेशक पोर्शन में भाग लेने की अनुमति नहीं है।