मनपा प्रशासन ने वर्ष 2022-23 के मसौदा बजट में शहरवासियों पर यूजर चार्ज और संपत्ति कर बढ़ाकर 307 करोड़ का बोझ बढ़ा दिया है। विधानसभा चुनाव में शहर की जनता ने भाजपा को वोट दिया, शहर की सभी 12 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं ने भाजपा को वोट देकर जीताया है। भाजपा शासकों ने नागरिकों के भरोसे को तोड़ा है।
भाजपा शासकों के समन्वय एवं मार्गदर्शन में विकास कार्यों के लिए आवश्यक धनराशि की आवश्यकता के नाम पर नागरिकों पर 307 करोड़ का अतिरिक्त भार डाला गया है। आम आदमी पार्टी ने जनता के साथ हो रहे इस अन्याय का विरोध किया है और आम आदमी पार्टी द्वारा लोगों की राय लेने और इसके खिलाफ संघर्ष करने का ऐलान किया गया है।
मनपा के नेता प्रतिपक्ष एवं उपनेता ने कहा कि वर्ष 2022-23 के बजट में राज्य-केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के अनुदान के आधार पर बजट में प्रस्तावित परियोजनाओं में से केवल 33 प्रतिशत परियोजनाओं के कारण ही प्रारंभ किया जा सका है। अनुदान की कमी व अन्य कार्य केवल कागजों पर ही रह गए। राज्य-केन्द्र सरकार के अनुदान की अपेक्षा 2756 करोड़ के विपरीत मनपा को अभी तक मात्र 1500 करोड़ का ही अनुदान प्राप्त हुआ है। केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार होने के बावजूद स्थानीय विधायक, सांसद सरकार से अनुदान लाने के मुद्दे पर कमजोर साबित हो रहे हैं।
चुंगी के एवज में अनुदान वर्षों से नहीं बढ़ा है। सरकार से अनुदान लाने में विफल रहने पर शहर में विकास कार्यों के लिए आवश्यक धन जुटाने के लिए भाजपा शासक नागरिकों पर बोझ बढ़ा रहे हैं। जिसकी गणना नहीं की जा सकती। जनता पर पड़ने वाले इस अतिरिक्त बोझ के खिलाफ आप सीधे लोगों से संपर्क करेंगे। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और बजट के बारे में लोगों की राय लेने के लिए एक व्हाट्सएप नंबर की घोषणा की जाएगी और इसे नगर निगम के अधिकारियों को प्रस्तुत किया जाएगा।