सूरत: दुनिया के दो बड़े और जानेमाने स्टील उत्पादक आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के संयुक्त उद्यम आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मजयंती से पहले ‘CSR एक्सीलेंस’ श्रेणी में प्रतिष्ठित ‘महात्मा पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किया गया है।
30 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में कंपनी की ओर से AM/NS India के CSR प्रमुख डॉ. विकास यादवेंदु ने गांधीवादी और महात्मा गांधी द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ के पूर्व ट्रस्टी श्री उत्तम परमार से यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस समारोह में बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी व्यक्ति एवं सम्मानित अतिथि उपस्थिति रहे थे।
भारत के CSR बिल के समर्थक, सामाजिक उद्यमी और समाजसेवी अमित सचदेवा द्वारा स्थापित, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार CSR पहल को प्रोत्साहन देने और सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने में कॉर्पोरेट्स और व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
AM/NS India को परिवर्तनकारी पहलों के लिए प्रशंसा मिली जिसमें निम्न मुद्दे शामिल हैं:
1. कोविड-19 राहत प्रयास: महामारी के दौरान महत्वपूर्ण सहायता उपलब्ध कराना
2. डिजिटल पाठशाला: डिजिटल शिक्षा के साथ छात्रों को सशक्त बनाना
3. प्रोजेक्ट दक्ष: रोजगार योग्यता कौशल बढ़ाना और नौकरी प्लेसमेंट प्रदान करना
4. बेटी पढ़ाओ छात्रवृत्ति: शिक्षा में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना
5. पढ़ेगा भारत: सरकारी स्कूलों में शैक्षिक बुनियादी ढांचे में सुधार
6. स्वास्थ्य कार्यक्रम: अधिकारों से वंचित और उपेक्षित आबादी के लिए स्वास्थ्य देखरेख पहुंच में सुधार
इस अवार्ड एवं उपलब्धि पर अपनी प्रतिक्रिया में एएम/एनएस इंडिया में मानव संसाधन और प्रशासनिक विभाग के उप निदेशक केइजी कुबोटा ने कहा कि, “यह पुरस्कार पाकर हम बेहद सम्मानित और गौरवान्तित महसूस कर रहे हैं। AM/NS India में, हमारा फ़लसफ़ा और दृष्टिकोण भारत के सीएसआर कानून और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के साथ सामंजस्यपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है।
हम अपने प्रयासों को स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, खेल, पर्यावरण संरक्षण और कर्मचारी स्वयंसेवा पर केंद्रित करते हैं। हमारी समर्पित पहल ने पूरे भारत में 2.5 मिलियन से अधिक लोगों पर प्रभाव डाला है और यह सभी के लिए एक पर्यावरण के अनुकूल उज्जवल भविष्य को बढ़ावा देता है।”
डॉ. यादवेंदु ने ‘स्वास्थ्य और उसके प्रभाव’ पर मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने हेल्थकेयर (स्वास्थ्य देखरेख) को आगे बढ़ाने और युनाइटेड नेशन्स सस्टेनिबिलिटी डेवलपमेन्ट (संयुक्त राष्ट्र स्थिरता विकास लक्ष्य) के संरेखण में टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी) की भूमिका पर भार व्यक्त किया।