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कैट ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर जी20 आयोजनों में व्यापारिक समुदाय को शामिल करने का आग्रह किया

प्रत्येक जी20 कार्यक्रम के मेजबान शहर में बाजारों के सौंदर्यीकरण एवं उत्सव आयोजित करने का प्रस्ताव

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक पत्र में उनसे आग्रह किया है कि भारत के जी -20 अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान देश में आयोजित होने वाले विभिन्न आयोजनों में देश के व्यापारी वर्ग की भागीदारी को भी सुनिश्चित करने के आदेश दें ! श्री मोदी को लिखे अपने पत्र में कैट ने कहा है कि देश का व्यापारिक समुदाय जी -20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान अपनी प्रमुख भूमिका निभाने के लिए बहुत प्रेरित है।

कैट ने कहा की जी 20 का अध्यक्षीय कार्यकाल भारत के लिए न केवल हमारे भारत की सदियों पुरानी और जीवंत संस्कृति को प्रदर्शित करने का अवसर है, बल्कि बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और निश्चित रूप से व्यापार के मामले में देश में हुए विकास की गति को प्रदर्शित करने का भी अवसर है! कैट ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल, शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप पुरी और जी -20 शेरपा श्री अमिताभ कांत को भी इसी आशय का पत्र भेजा है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष  बी.सी. भरतिया और महासचिव श्री प्रवीन खंडेलवाल ने  मोदी को भेजे पत्र में कहा है की इस बड़े आयोजन में बड़ी संख्या में विदेशी गणमान्य व्यक्ति और प्रतिनिधि विभिन्न शहरों में मीटिंग आदि करेंगे और निश्चित रूप से संबंधित शहरों में घूमेंगे और खरीदारी भी करेंगे। ऐसे परिदृश्य को देखते हुए प्रत्येक ऐसे शहर के व्यापारिक बाजारों को शहर की पुरानी विरासत और देश में व्यापार और वाणिज्य के विकास को दर्शाते हुए मार्केटों को बेहतर तरीक़े से रोशन किया जाना और सजाया जाना श्रेयस्कर होगा।

कैट ने यह भी सुझाव दिया कि जी 20 के कार्यक्रम जिस शहर में हों , उन शहरों में विशेष प्रकार के “उत्सव” आयोजित किए जाएँ जहां न केवल एक वाणिज्यिक प्रदर्शनी आयोजित की जाए। बल्कि उस शहर की विकास यात्रा दिखाई जाए तथा अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएँ ।

भरतिया एवं  खंडेलवाल ने बताया कि इस संबंध में कैट ने पृथक रूप से दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वी.के. सक्सेना को एक पत्र भेजकर दिल्ली के बाज़ारों को सजाये जाने तथा राजधानी में एक “दिल्ली उत्सव” आयोजित करने का सुझाव दिया है क्योंकि दिल्ली देश की राजधानी है और इस नाते से दिल्ली और देश की समृद्ध सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत से मेहमानों को रूबरू कराया जाना चाहिए जिससे देश की एक छवि स्थापित हो सके।

भरतिया और  खंडेलवाल ने कहा कि कैट प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के “जन भागीदारी” एवं छोटे क्षेत्रों को प्रोत्साहन दिए जाने के विजन से प्रेरित होकर देश भर में विशेष रूप से उन शहरों में जहां G- 20 बैठकें और अन्य कार्यक्रम होंगे, वहाँ की व्यापारी संगठनों को जी 20 बैठकों और अन्य कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए शहरों को तैयार करने के लिए विभिन्न योजनाओं में शामिल किया जाना चाहिए

। यह कदम छोटे उद्योगों, स्टार्ट-अप्स, व्यापारियों और घरेलू व्यापार के अन्य कार्यक्षेत्रों के लिए जी-20 और अन्य देशों को अपने उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने का एक अच्छा अवसर होगा। बड़ी कंपनियों के अलावा, छोटे उद्योग और अन्य खुदरा क्षेत्र भी जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्देश्यों और जनादेश में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।

भरतिया और  खंडेलवाल ने यह भी कहा कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 19 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं तथा यूरोपीय संघ के अलावा, 10 अन्य देश विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में और संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन, डब्ल्यूएचओ, आईएमएफ सहित 11 विश्व संगठन, आदि जी-20 की बैठकों में भाग लेंगे और तदनुसार सरकार द्वारा लगभग 200 आयोजनों की योजना बनाई गई है जो विभिन्न शहरों में आयोजित किए जाएंगे और इसलिए ऐसे प्रत्येक शहर में बड़ी संख्या में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों के आने की संभावना है जिससे व्यापार में बड़ी वृद्धि होने की संभावना है ।

कैट ने स्थानीय व्यापार संघों और सरकारी प्रशासन के सहयोग से G20 कार्यक्रम के प्रत्येक मेजबान शहर में रोशनी और बाजारों के सौंदर्यीकरण को व्यवस्थित करने के लिए स्वयं सोनी सेवाएँ देने की पेशकश की है

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