नई टफ स्कीम में एम्ब्रोयडरी, जरी उद्योग को शामिल करने की मांग
प्रोसेसिंग सेक्टर को मजबूत करने 75 करोड़ की मर्यादा के साथ 40 फीसदी सब्सिडी देने की पेशकश
नई टफ ( टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड ) योजना जिसे टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट स्कीम नाम दिया जा रहा है। इसमें एम्ब्रोयडरी, जरी उद्योग को भी शामिल करने और प्रोसेसिंग सेक्टर के साथ टेकनिकल टेक्सटाइल को मिलने वाली सब्सिडी का दर 30 से 40 फीसदी तक ले जाने की मांग की गई है।
कपड़ा इंडस्ट्रीज को रफ्तार देने और लोकल के साथ वैश्विक मार्केट में भी मजबूत स्थान मिले इस हेतु से कपड़ा उद्योग की प्रख्यात योजना टफ में सरकार द्वारा नीति नियमों में बदलाव किया जा रहा है। 12 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट वाले नई टीटीडीएस योजना के प्रथम ड्राफ्ट के बारे में 13 जनवरी ने टेक्सटाइल सचिव और कमिश्नर ने उद्यमियों के साथ वीडियो कॉन्फरन्स की थी।
जिसमें वीविंग, नीटिंग, प्रोसेसिंग, गार्मेन्टिंग सहित गति से आगे बढ़ रहे टेकनिकल टेक्सटाइल सेक्टर में भी मशीनरी के अपग्रेडेशन के लिए 25 से 30 फीसदी तक सब्सिडी देने की घो@णा की है। हालांकि हर सेगमेंट में ज्यादा से ज्यादा 10 से 25 करोड़ तक की मर्यादा लगाई गई है। इस सब्सिडी की मर्यादा में बढ़ोत्तरी करने के लिए फीयास्वी द्वारा मांग की गई है।
फीयास्वी ने कहा कि टेक्सटाइल सेक्टर में कई समय से प्रोसेसिंग सेक्टर कमजोर पड़ रहा है। बड़े पैमाने पर अपग्रेडेशन की जरूरत होने से इस सेगमेंट को मजबूत स्थान मिले इसलिए उद्यमियों को ज्यादा से ज्यादा 40 फीसदी के साथ 75 करोड़ तक के सब्सिडी दिए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि योजना के प्रथम ड्राफ्ट में प्रोसेसिंग सेक्टर के लिए 25 फीसदी सब्सिडी और ज्यादा से ज्यादा 25 करोड़ तक का लाभ देने का प्रावधान किया गया है। जिसके मुताबिक असल सूरत का जरी उद्योग और एम्ब्रोयडरी को भी स्टेन्ड अलोन योजना में शामिल करने और तेजी से सूरत में आगे बढ़ रहे टेकनिकल टेक्सटाइल सेगमेंट के लिए ड्राफ्ट में हुई 10 करोड़ के प्रावधान की जगह इसमें ज्यादा से ज्यादा 30 फीसदी सब्सिडी के साथ रकम की मर्यादा 50 करोड़ तक ले जाने की मांग की गई है। यह योजना केंद्रीय बजट के साथ जारी किए जाने की भी उद्यमियों में चर्चा है।