भगवान को पाने के लिए गोपिकाओं की तरह करना पड़ेगा समर्पित प्रेम : धर्मराज तिवारी
जौनपुर। भगवान श्रीकृष्ण और गोपिकाओं का प्रेम सांसारिक प्रेम नही था। ईश्वर के प्रति पूर्णतया समर्पित प्रेम मार्ग पर चलकर ही ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है। बदलापुर तहसील अंतर्गत स्थित रूपपुर गांव में पूर्व प्रधानाचार्य पंडित गजराज त्रिपाठी के यहां आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के पांचवें दिन उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कथा व्यास धर्मराज तिवारी महाराज ने उपरोक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि सांसारिक आसक्ति ही मानव को ईश्वर से दूर करती है। 18 मई से प्रारंभ महापुराण कथा 24 मई को समाप्त होगी। 25 मई को हवन एवं पूर्णाहुति तथा 26 मई को महाप्रसाद एवं भंडारा का भव्य आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के संयोजक के रूप में मनोज त्रिपाठी, संतोष त्रिपाठी, परमानंद तिवारी, नित्यानंद तिवारी, शिवानंद तिवारी, अनुराग तिवारी डॉ सौरभ त्रिपाठी, हर्ष त्रिपाठी, युवराज दुबे, पीयूष, प्रतीक एवं समस्त तिवारी परिवार कार्यक्रम की व्यवस्था में लगा हुआ है जबकि स्वागताकांक्षी के रूप में इंद्रसेन तिवारी, राजाजीत तिवारी, विश्वनाथ तिवारी, बृजेश तिवारी ,दिवाकर तिवारी तथा प्रभाकर तिवारी आए हुए अतिथियों स्वागत एवं सम्मान में लगे हुए हैं।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रधानाचार्य मुकुंदधर तिवारी कर रहे हैं। पांचवें दिन की कथा में कमला प्रसाद तिवारी बड़े बाबू, डॉ श्रीपाल पांडे, प्रबंधक सभाजीत तिवारी, रामानंद पांडे, अनिल कुमार दुबे, पूर्व प्रधानाचार्य लालचंद पांडे, पूर्व प्रधानाचार्य चंद्रभूषण सिंह, पूर्व अधिकारी राजमणि मिश्र, केवला प्रसाद तिवारी, बटेश्वरनाथ पांडे करुणापति दुबे, पत्रकार शिवपूजन पांडे, अशोक तिवारी, नंद कुमार तिवारी, प्रधानाचार्य अनिल कुमार यादव, सुशील कुमार तिवारी, अशोक कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह समेत अनेक क्षेत्रीय गणमान्य उपस्थित रहे। आयोजन समिति की तरफ से उपस्थित गणमान्य लोगों का सम्मान भी किया गया।