देश की सभी जेलों के प्रमुखों का आठवां राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न
आंध्र प्रदेश कारागार विभाग एवं ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) द्वारा आयोजन
विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 11 और 12 सितंबर को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जेलों के प्रमुखों के 8वां राष्ट्रीय सम्मेलन “अमृत काल में कारागृह एवं सुधारात्मक सेवाएं” का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का आयोजन आंध्र प्रदेश कारागार विभाग एवं ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) द्वारा किया गया।सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में किया।
इस अवसर पर माननीय तनेती वनिता गृहमंत्री आंध्र प्रदेश, श्री बालाजी श्रीवास्तव आईपीएस, डीजी, बीपीआरडी, हरीश गुप्ता, आईपीएस, डीजी कारागार प्रशासनिक विभाग,आंध्र प्रदेश एवं विभिन्न प्रदेशों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। सम्मेलन रवि जोसेफ लोकु आईपीएस,आईजी, बीपीआरडी द्वारा संचालित किया गया।
इस दो दिनीय कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न थीमों पर चर्चा की गई, जैसे – कैदियों की नशामुक्ति, जेलों में बंदियों का मानसिक स्वास्थ्य, सुधारात्मक प्रशासन में टेक्नोलॉजी, कारागारों में ओवरक्राउडिंग और कैद के विकल्प, जेल में महिलाएँ और बच्चे- विशेष महिला जेल-: खूबियाँ और चुनौतियाँ। साथ ही समस्त प्रदेशों को ग्रुप में विभाजित कर अन्य शीर्षकों पर चर्चा हुई जैसे – जेल में उदार विचारधारा वाले धार्मिक प्रचारकों के दौरे का प्रभाव, गरीब कैदियों को समर्थन : जुर्माना न भरना, सुधरे हुए कैदियों की लघु फिल्में।
इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश की चार सदस्य टीम में श्री एस एन साबत, पुलिस महानिदेशक कारागार, वरिष्ठ अधीक्षक पी एन पांडेय, जेलर आदित्य कुमार, और डिप्टी जेलर रित्विक प्रियदर्शी शामिल रहे। सम्मेलन के दूसरे दिन, एस एन साबत की अध्यक्षता में कारागारों में ओवरक्राउडिंग और कैद के विकल्प सहित कारागार स्टाफ रोटेशन और जेलों में हाइब्रिड सुरक्षा पर चर्चा हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, मिजोरम, और त्रिपुरा के अधिकारीयों ने भाग लिया।
पी एन पांडे ने मॉडल प्रिजन एंड करेक्शनल एडमिनिस्ट्रेशन एक्ट 2023 के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया।
साथ ही सम्मेलन में कारागार निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन भी हुआ जिसमें विभिन्न प्रदेशों की कारागारों से पूर्णतया कारागारों में बनाए हुए प्रोडक्ट्स को प्रदर्शनी हेतु रखा गया।
सम्मेलन के दूसरे दिन सायंकाल में समापन समारोह में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिन्होंने समापन समारोह को संबोधित किया।