सशक्त युवा, सशक्त भारत के उद्देश्य से अहमदाबाद में प्रथम ग्लोबल सिंधु समिट का आयोजन हुआ
समिट में 10 देशों के सिंधी उद्योगपति, बिजनेसमेन और प्रोफेशनल्स ने भाग लिया
अहमदाबाद। सिंधी समाज के युवाओं को एक मंच पर लाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से भारत में सिंधी समाज के सबसे बड़े संगठन भारतीय सिंधु सभा द्वारा पहला वैश्विक सिंधु शिखर सम्मेलन 2022 आयोजित किया गया था अहमदाबाद के भाट में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) में रविवार, 10 अप्रैल को आयोजित भव्य कार्यक्रम में 10 देशों के सिंधी उद्योगपति, व्यापारियों और प्रोफेशनल्स ने भाग लिया। समिट में गुजरात के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री प्रदीपसिंह परमार और कुटीर उद्योग और सहकारिता राज्य मंत्री श्री जगदीशभाई पंचाल सहित विभिन्न सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
ग्लोबल सिंधु समिट का उद्घाटन आरएसएस प्रचारक और हिंदू स्वयंसेवक संघ (एचएसएस) के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक रवि अय्यर ने किया और वो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने सिंधी युवाओं से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने और भारत की विकास गाथा में सक्रिय भूमिका निभाने और सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए आगे आने का आह्वान किया। कार्यक्रम की सफलता पर टिप्पणी करते हुए निखिल मेठिया, समन्वयक, ग्लोबल सिंधु समिट और युवा अध्यक्ष, भारतीय सिंधु सभा-गुजरात ने कहा, भारत में पहली बार सिंधी समुदाय के लिए इस वैश्विक शिखर सम्मेलन को अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली। यह दिन हमारे लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि हम 10 अप्रैल को सिंधी भाषा दिवस भी मनाते हैं।
इस समिट के साथ, हम सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण, मूल्य-आधारित शिक्षा, सामुदायिक कल्याण और वैश्विक भाईचारे के लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं। सिंधी समुदाय ने हमेशा व्यापार और उद्योग में सबसे आगे रहकर देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से, हमने देश और विदेश के सिंधी नेताओं को एक मंच पर लाकर और उनके द्वारा प्रोत्साहित युवाओ से मजबूत राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। कार्यक्रम के दौरान मौजूद गुजरात के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री प्रदीपसिंह परमार ने गुजरात की प्रगति में सिंधी समुदाय की अग्रणी भूमिका की सराहना की।
उन्होंने दोहराया कि सिंधी युवाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने के लिए यह एक उत्कृष्ट और मजबूत मंच है। गुजरात के कुटीर उद्योग और सहकारिता राज्य मंत्री श्री जगदीश पंचाल ने भी सिंधी समुदाय को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि अधिक से अधिक सिंधी युवा सामाजिक- आर्थिक विकास प्राप्त करके एक मजबूत गुजरात के निर्माण में योगदान देंगे। इस समिट में देश के प्रमुख सिंधी उद्योगपति, व्यापारियों और प्रोफेशनल्स ने सिंधी युवाओं का उत्साहवर्धन किया। समिट में देश और विदेश के लगभग 600 प्रतिनिधियों ने भाग लियाऔर 15,000 लोगों ने दौरा किया।
एक दिवसीय ग्लोबल समिट ने व्यावसायिक सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, फोक फेस्टिवल और फूडफेस्टिवल की मेजबानी की। बिजनेस कोन्फरन्स में निखिल चांदवानी (इन्फ्लुएंसर), राज रहोरा (सोशल मीडिया विशेषज्ञ), सिमरन धामेजा (ई-कॉमर्स विशेषज्ञ), उमेश उत्तमचंदानी (संस्थापक, देव एक्सलेटर), दीपक मूलचंदानी (एजीएम, सिडबी), रोहित गोपलानी (उद्यमी, संस्थापक -सीईओ, जेम पार्टनर्स), मुकेश समतानी (वरिष्ठ सहायक निदेशक, ईईपीसी इंडिया), अनिल भंभानी (चार्टर्ड अकाउंटेंट और वेल्थ मैनेजमेंट एक्सपर्ट) और राम कुंदनानी (यूके स्थित प्रबंधन और आईटी सलाहकार) जैसे विशेषज्ञ वक्ताओं ने डिजिटल वर्ल्ड, स्टार्टअप्स, निवेश, आयात-निर्यात जैसे विषयों पर विस्तृत भाषण दिए और युवाओं के साथ प्रश्नोत्तरी आयोजित की।
व्यापार सम्मेलन के हिस्से के रूप में आयोजित सत्र में सिंधी व्यापारियों और नेताओं ने भी युवाओं के साथ अपनी सफलता के रहस्य साझा किए। श्री राजेश वासवानी (संस्थापक, विनस ग्रुप ऑफ कंपनीज), श्री मदन डोडेजा (संस्थापक और सीईओ, वाशी इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस), सुरेश निहलानी (निदेशक, द इंडस रिसेटलमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड), आईपीएस संदीप रूपेला (एसीपी, नई दिल्ली), प्रेम लालवानी (संस्थापक, गणेश कॉर्पोरेशन) और हरेश करमचंदानी (प्रबंध निदेशक और सीईओ, हाइफन फूड्स) जैसे अग्रणी ने अपने संघर्ष, मजबूत मनोबल, अविरत परिश्रम और नेतृत्व के माध्यम से सफलता कैसे प्राप्त की, इस पर दिलचस्प प्रस्तुतियाँ देकर युवाओं को प्रोत्साहित किया।
ग्लोबल सिंधु समिट ने सिंधु व्यापार प्रदर्शनी की भी मेजबानी की जिसमें लगभग 80 व्यवसायी-व्यापारियों ने अपने व्यवसाय प्रस्तुत किए। इस प्रदर्शनी के माध्यम से सिंधी युवाओं को नए क्षेत्रों और व्यापार के अवसरों के बारे में पता चला। ग्लोबल समिट उनके लिए कम पूंजी के साथ अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से व्यावसायिक मार्गदर्शन प्राप्त करने का सबसे अच्छा मंच साबित हुआ। क्यों सिंधी लोगों को दुनिया में सबसे अच्छे व्यवसायी के रूप में क्यों जाना जाता है, व्यापार में सफलता के लिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए, असफलता को कैसे पचाना चाहिए और समग्रतया विकास और सफलता हांसिल करने के लिए एक सिंधी दूसरे सिंधी का हाथ कैसे थामेगा यह ज्ञान इस समिट से प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के तहत सिंधी भाषा और संस्कृति के वैभव को प्रदर्शित करने के लिए एक सिंधी लोक महोत्सव भी आयोजित किया गया जिसमें देश की सबसे पुरानी सिंधु संस्कृति की झलक देखने को मिली। सिंधी फूड फेस्टिवल में, आगंतुकों और प्रतिनिधियों ने दाल-पकवान, भसड कोकी, कड़ी-चावल, भी, चिल्लो जैसे विश्व प्रसिद्ध सिंधी व्यंजनों का स्वाद चखा और विभिन्न शेफ से रेसिपी सीखी। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए फूड फेस्टिवल में सिर्फ महिलाओं को सभी स्टॉल दिए गए जिन्होंने विभिन्न सिंधी व्यंजन बनाएं और
प्रस्तुत किए।