चांपानेर फेस्टिवल 2023 में देखने को मिली सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता की झलक
कलाकारों का अद्वितीय प्रदर्शन से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
चांपानेर फेस्टिवल 2023 सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता की एक अभूतपूर्व और यादगार शाम थी। क्राफ्ट ऑफ आर्ट द्वारा एक मीनार की मस्जिद, साकर खान की दरगाह, दक्षिण भद्रा गेट, सिटाडेल, सेहेर की मस्जिद और जामी मस्जिद जैसे विभिन्न ऐतिहासिक स्थानों पर चंपानेर फेस्टिवल का आयोजन किया गया था।
तबला वादक उस्ताद फजल कुरेशी और सितारवादक नीलाद्री कुमार की उस्मान मीर के “मन मोर बनी थनगाट करे” की जुगलबंदी ने फेस्टिवल में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। फेस्टिवल में भवाई, रावणहथा और जायन्ट पपेट परेड और नगारा टूप के लयबद्ध थाप और राठवा समुदाय के आदिवासी नृत्य और वाइब्रन्ट पिथोरा लखारा जैसे कुछ सुंदर प्रदर्शन भी देखने को मिले।
इस विश्व कॉन्सर्ट में अनिल पोडुवल, जॉर्ज ब्रूक्स, संगीत हल्दीपुर, शेल्डन डिसिल्वा, दर्शन दोशी और उस्ताद फज़ल कुरेशी ने अद्वितीय प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। फेस्टिवल का समापन सभी कलाकारों द्वारा उस्मान मीर के गीत “लाल मेरी पत” के साथ एक भव्य प्रदर्शन के साथ हुआ। इस प्रस्तुति में दर्शक भी शामिल होकर एकरूप हुए।