
गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) के बस चालक की हार्ट अटैक से मौत का मामला सामने आया है। बस चलाते समय चालक को दिल का दौरा पड़ा, लेकिन सीने में तेज दर्द होने के बाद भी चालक ने बस नहीं रोकी और गाड़ी चलाता रहा। ड्राइवर ने दर्द के मारे 15 किलोमीटर तक बस चलाई, लेकिन बस डिपो पहुंचते ही ड्राइवर अपनी सीट पर गिर पड़ा। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार यह घटना 10 मार्च की सुबह राधनपुर डिपो में हुई। बस कंडक्टर दिनेश देसाई ने बताया कि ड्राइवर भारमल अहीर ने सीने में दर्द और बेचैनी को नजरअंदाज करते हुए 20 मिनट तक बस चलाई। चालक ने यात्रियों को देर न करने की कोशिश की और उन्हें समय पर पहुंचा दिया। बस जैसे ही राधनपुर डिपो पहुंची वह नीचे गिर गया। जिसके बाद उसे इलाज के लिए राधनपुर सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भारमल अहीर रविवार रात करीब 8.30 बजे बस से सोमनाथ से रवाना हुआ और सोमवार सुबह करीब 7.05 बजे राधनपुर पहुंचा। यात्रियों को चाय-पानी पिलाने के लिए सोमवार की सुबह राधनपुर से करीब 15 किमी दूर वारही के पास बस को रोका गया। कंडक्टर दिनेश देसाई ने बताया कि भारमल अहीर जब यहां से बस लेकर निकले तो उन्होंने सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत की।
उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाने की जरूरत है। नहीं तो वह मर जाएगा। इसके बाद भी वह 15 किमी तक बस को चलाता रहा, क्योंकि वह यात्रियों को परेशान नहीं करना चाहता था। अगर उसने दर्द को नजरअंदाज नहीं किया होता तो शायद वह जिंदा रहता। हम 15 मिनट देरी से बस डिपो पहुंचे और इसके बाद वह अपनी सीट पर गिर पड़े।