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हेन्डलूम क्षेत्र हमारे देश की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक : दर्शना जरदोश

केंद्रीय टेक्सटाइल और रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने सिल्क फैब प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

सूरत: कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार के नेशनल हेन्डलूम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएचडीसी) लिमिटेड द्वारा सिटी लाइट के महाराजा अग्रेसन भवन में 11 अगस्त तक चलने वाले सिल्क फैब प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय कपड़ा और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश ने किया। यह प्रदर्शनी हथकरघा कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित की गई थी। प्रतिभागियों में 12 राज्य सरकार की विभिन्न संस्थाओं, प्राथमिक हथकरघा बुनकर सहकारी समितियों/हथकरघा एजेंसियों हैं।

इस अवसर पर मंत्री श्री दर्शनाबेन जरदोश ने महिलाओं को सिल्क के बारे में जानकारी दी और कहा कि हेन्डलूम क्षेत्र हमारे देश की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। हथकरघा बुनाई की कला के साथ पारंपरिक मूल्य जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस घोषित किया है। घर पर हथकरघा का काम करने वाली महिलाओं ने कोरोना जैसे कठिन समय में अपने घर में हथकरघा की जिम्मेदारी ली है। सरकार की ओर से हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट को एक लोगो दिया गया है।

जिसमें 156 प्रकार के उत्पादों को उचित परीक्षण के लिए सरकार द्वारा जीआई टैग दिया गया है। हथकरघा उत्पादों की विशिष्टता अद्वितीय बुनाई, डिजाइन और पारंपरिक किस्मों के साथ दुनिया भर के ग्राहकों को आकर्षित करती है। विविध विरासत को आगे बढ़ाने के लिए देश भर में कारीगरों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्रदर्शनी 11 अगस्त 2023 तक सुबह 11.00 बजे से शाम 8.00 बजे तक जनता के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी में भारत के 12 राज्यों के कारीगरों द्वारा 52 स्टालों में हथकरघा साड़ियों, रेशम हथकरघा कपड़े के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है और यह बिक्री के लिए खुला है।

देशभर के कारीगरों की साड़ियाँ प्रदर्शन के लिए रखी

देशभर के कारीगरों की  साड़ियाँ प्रदर्शन के लिए रखी गई हैं। जिसमें बिहार सकी तुसार, गीचा, मधुबनी पेंटिंग साड़ियां, छत्तीसगढ़ से कांथा, आदिवासी कार्य, कोसा सिल्क साड़ियां, गुजरात से पटोला साड़ियां, डबल इकत, टांगलिया, मध्य प्रदेश से चंदेरी साड़ियां, माहेश्वरी साड़ियां, महाराष्ट्र, नागपुर से कोटन साड़ी, तेलंगाना राज्य की पोचेमपली साड़ी, सिद्दीपेट गोलाबम्मा साड़ी, नारायणपेट साड़ी, उत्तर प्रदेशन की बनारसी, तांचोई, जमदानी, जामावार (बनारसी), राजस्थान की लहेरिया, गोता पट्टी, बंदिनी, पश्चिम बंगाल के बालूचरी, कांथा, जमदानी साड़ियाँ, असम, कर्नाटक और अंगरा प्रदेश के विभिन्न स्टॉल लगाए गए हैं।

इस कार्यक्रम में स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल, कपड़ा मंत्रालय के डीजीएमएस श्री जितेंद्र पुरोहित, (एनएचडीसी) के वरिष्ठ अधिकारी विजयभाई, स्थानीय नगरसेवक, महिला अग्रणी, विभिन्न राज्यों के स्टॉल धारक और नागरिक उपस्थित थे।

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