शिक्षा-रोजगार

हिन्दी साहित्य भारती द्वारा डॉ. रवीन्द्र शुक्ल पूर्व शिक्षा एवं कृषि मंत्री का भव्य स्वागत

ठाणे। नर्मदेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण विट्ठलवाडी कल्याण जिला ठाणे में विगत दिनों हिन्दी साहित्य भारती (अंतरराष्ट्रीय) की मुम्बई इकाई कार्यसमिति की परिचर्चा संगोष्ठी एवं काव्य संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हिंदी साहित्य भारती के केंद्रीय अध्यक्ष एवं उत्तरप्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रवींद्र शुक्ला तथा विशिष्ट-अतिथि डॉ विश्वनाथ झा (पूर्व उपनिदेशक (राजभाषा), गृह मंत्रालय (भारत सरकार) प्रख्यात समाजसेवी व उद्योगपति जगदीश आर. सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार पं. जयप्रकाश मिश्र “मिलिन्द” व संस्था के केंद्रीय कार्यसमिति के स्थायी सदस्य राजेन्द्र सोनी के साथ साथ महानगर के अनेको ख्यातिलब्ध साहित्यकारों की उपस्थिति रही।

संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रवींद्र शुक्ल ने अपने उद्बोधन में बताया कि हिन्दी भाषा विश्व मे सबसे अधिक बोली जाने वाली प्रथम स्थान की भाषा है । अतः हिन्दी भाषा को संवैधानिक रूप से राष्ट्रभाषा का स्थान मिलना ही चाहिए। इस हेतु विश्व स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है,संस्था हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार एवं भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु कटिबद्ध है । हिन्दी साहित्य भारती संस्था सिर्फ भारत में साथ साथ विश्व के 35 देशों में हिन्दी भाषा को सुदृढ़ बनाने के कार्य को भलीभांति कार्यरूप दे रही है साथ ही सभी साहित्यकारों और संस्था की इस तरह की इकाइयों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचने का आह्वान किया। डॉ. वी.एन. झा नें ऐसे कार्यक्रमों को देश के विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में भी करनें का सुझाव दिया।

इस अवसर पर संस्था की मुम्बई इकाई के सभी पदाधिकारियों को मुख्य-अतिथि डॉ. रवीन्द्र शुक्ल द्वारा नियुक्ति पत्र भी वितरित किया गया।परिचर्चा संगोष्ठी के उपरांत शानदार कवि सम्मेलन भी सम्पन्न हुआ जिसमें मुम्बई व उपनगरों से आये हुए कई एवं रचनाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था की मुम्बई इकाई के अध्यक्ष डॉ राज बुन्देली ने और संचालन प्रा. जितेन्द्र पाण्डेय के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत मे मुम्बई प्रदेश इकाई के महामंत्री एड.राजीव मिश्र ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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