धर्म- समाजसूरत

सम्मेद शिखर ,पालीतणा और गिरनार तीर्थ की सुरक्षा और पवित्रता को लेकर जैन समाज ने निकाली विशाल रैली

झारखंड सरकार और केंद्र सरकार द्वारा जैन समाज के प्रमुख तीर्थ को पर्यटक स्थल घोषित करने से पूरे देश में जैन समाज विरोध कर रहा है ।सम्पूर्ण जैन समाज के अग्रणीय हितेश संकलेचा 5 दिन से अन्न पानी त्यागकर रैली में अनशन पर होने के बावजूद टेम्पो पर खड़े होकर जनता का होसला बढ़ाते नजर आये जो पिछले 4 दिन से दिल्ली पर अनशन पर थे। रैली बहुत अहिंसक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के माध्यम से अपने तीर्थ की पवित्रता और सुरक्षा हेतु अपनी बात सरकार तक पहुँचाने का प्रयास पिछले एक महीने से कर रहा है ।

इसी सिलसिले में आज सुरत सकल जैन समाज द्वारा एक विशाल रैली का आयोजन किया गया ,जिसमें जैन समाज के चारों फिरको (श्वेताम्बर,दिगम्बर,स्थानकवासी और तेरापंथी समुदाय ) ने मिलकर एक विशाल रैली कर प्रधानमंत्री और झारखंड सरकार के नाम ज्ञापन सुरत ज़िला कलेक्टर के नाम दिया ।

सकल जैन समाज द्वारा आयोजित विशाल रैली में लगभग एक लाख से अधिक लोगों की उपस्थिति रही ,रैली में दिगम्बर समाज के आचार्य जी ,श्वेताम्बर मूर्तिपूजक समाज के आचार्य जी एवं बड़ी संख्या में साधु साध्वी भगवंत के साथ बड़े बुजुर्ग ,महिलाएँ ,युवा और बच्चों समाज के सब वर्ग ने मिलकर एक स्वर में जैन धर्म के 20 तीर्थंकर की निर्वाण स्थली श्री सम्मेद शिखर जी को पवित्र स्थल घोषित करने और पालितणा जी और गिरनार जी तीर्थ की सुरक्षा की माँग की।

विशाल रैली में पुरुष वर्ग सफ़ेद वस्त्र और महिलाएँ लाल और केसरी कलर की साड़ी में सम्मेद शिखर बचाना है ,पावन तीर्थ हमारा है ,नहीं सहेंगे नहीं सहेंगे ,तीर्थ का अपमान नहीं सहेंगे,सम्मेद शिखर हमारा है ,प्राणों से भी प्यारा है ,जय जय आदिनाथ जय जय पारसनाथ आदि अनेकों नारे लगी तख़्तियाँ लेकर चल रहे थे ।विशाल रैली दिनांक 03 जनवरी को सुबह 9 बजे सरगम शोपिंग सेंटर से चलकर कलेक्टर कचहरी तक थी ।विशाल रैली लगभग 3 किलोमीटर लम्बी थी जिसमें अनुमानतः एक लाख से अधिक लोग शामिल थे ।

सकल जैन समाज द्वारा पिछले कई दिनों से रैली के आयोजन की तैयारियाँ चल रही थी और सोशल मीडिया पर जैन समाज के सभी लोगों को रैली में भाग लेने हेतु निवेदन किया जा रहा था ,जिसको दृष्टिगत रखते हुए आज इस विशाल रैली में भाग लेने हेतु जैन समाज के व्यापारियों ने अपनी दुकान और काम काज रैली के समापन तक स्थगित रखा और महिलाओं ने भी अपने घरेलू कार्यों से निवृत्ति लेकर और बच्चों ने अपनी स्कूल से छुट्टी लेकर रैली में सहभागी बन तीर्थ की सुरक्षा की आवाज़ उठाई ।यहीं कारण रहा कि ये रैली समाज की एकता की मिशाल बन गई और एक लाख लोगों की उपस्थिति के कारण ये रैली विशाल बन गई।

समाज के अग्रणियों द्वारा कलेक्टर श्री को ज्ञापन देते समय ये बताया गया कि बार बार जैन समाज की आस्था केंद्रो पर चोट हो रही है ,कभी गिरनार जी ,कभी पालीतणा जी और अभी सम्मेद शिखर जी तीर्थ को पर्यटक स्थल घोषित कर जैन समाज की भावनाओं को आहत किया जा रहा है जो कि बर्दाश्त के बाहर है ,सरकार से बार बार निवेदन के बाद भी सरकार इस मुद्दे को लेकर गम्भीर नहीं है इसलिए इस ज्ञापन के माध्यम से हम प्रधानमंत्री जी एवं झारखंड सरकार से ये निवेदन करते है कि जल्द से जल्द श्री सम्मेद शिखर तीर्थ को पर्यटक स्थल की घोषणा को वापस लिया जाए और पालीतणा जी और गिरनार तीर्थ की सुरक्षा का प्रबंध किया जाए ताकि जैन धर्म की आस्था चोटिल ना हो और उनकी भावनाएँ आहत ना हो ।जैन समाज ने ये भी बताया कि अगर सरकार ने जल्द इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो जैन समाज को अपने तीर्थ के लिए और भी आंदोलन करने हेतु मजबूर होना पड़ेगा ।

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