सूरत

पांडेसरा के निजी अस्पताल में प्रसव के बाद महाराष्ट्रीयन महिला की मौत, डॉक्टर की लापरवाही का आरोप

डिंडोली क्षेत्र की एक गर्भवती महिला को रविवार की सुबह प्रसव पीड़ा के साथ निजी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि उनके परिवार का आरोप है कि निजी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही से उनकी मौत हुई है। स्मीमेर अस्पताल में उमड़ी भीड़ की जब वहां मौजूद निजी अस्पताल के ट्रस्टी से भिड़ंत हुई तो जमकर हंगामा हुआ।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल महाराष्ट्र के जलगांव जिला तहसील अमलनेर गांव येडावे और डिंडोली के सनसिटी रो हाउस में रहने वाली 22 वर्षीय गर्भवती महिला दीपालीबेन एकनाथभाई पाटिल को रविवार की सुबह प्रसव पीड़ा के साथ पांडेसरा के सेवा अस्पताल ले जाया गया। जहां सिजेरियन डिलीवरी से एक बच्ची का जन्म हुआ।

नवजात शिशु को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार की शाम जब दीपालीबेन की तबीयत खराब हुई तो उन्हें स्मीमेर ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जिससे परिजन सदमे में थे और सेवा अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। रिश्तेदार स्मीमेर के पास पहुंचे और यहां आए सेवा अस्पताल के ट्रस्टी सुभाष रावल से भिड़ गए।

हंगामे के बाद सुरक्षाकर्मी पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद मामला शांत कराया। दीपाली के पति एक गैस एजेंसी में काम करते हैं और उनका एक बच्चा है।

दीपालीबेन के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सेवा अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने नस काट दी और लगातार रक्तस्राव के कारण उनकी मौत हो गई।

वहीं सेवा अस्पताल के सुभाषभाई रावल ने बताया कि भर्ती होने के बाद से ही मरीज का खून बह रहा था। हीमोग्लोबिन भी कम था, रक्त की व्यवस्था की गई और सिजेरियन सेक्शन किया गया। शाम को फिर से खून बह रहा था, क्योंकि स्मीमेर में ब्लड बैंक है, मैं खुद मरीज के साथ आवश्यक इलाज कराने गया था। डॉक्टर ने उचित इलाज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सही हकीकत पता लग सकता है।

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