तीन दिवसीय “सूरत लिट्फ़ेस्ट 2024” में 45 से ज़्यादा विशेषज्ञ वक्ता करेंगे शिरकत
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में शुक्रवार 22 दिसंबर से होगा आयोजन
लिटरेरी फाउंडेशन द्वारा “भारत@2047” के द्वितीय संस्करण “सूरत लिट्फ़ेस्ट 2024” का आयोजन शुक्रवार 22 दिसंबर से उधना-मगदल्ला रोड स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में किया जाएगा ।
45 से अधिक विशेषज्ञों की टीम उपस्थित रहेगी
आयोजन में आगामी 25 वर्ष बाद भारत अपनी स्वाधीनता का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, तब 2047 में हमारा भारत कैसे होगा और हम इसको कैसा बना सकते है, इसका चिंतन करने के लिए इस कार्यक्रम में श्रोताओं के साथ सदगुरु रितेश्वर महाराज, डॉ. भाग्येश झा, प्रफुल्ला केतकर, डॉ. नीरजा गुप्ता, डॉ. परिमल व्यास, डॉ. अभय करंदीकर, अभिजीत अय्यर मित्रा, एडमिरल शेखर सिन्हा, निवेदिता शुक्ला, शहला रशीद, मेजर मानिक जोली, कर्नल शैलेश रायकर, कमा. हरिंदर सिक्का, विनय जोशी, स्वाति गोएल शर्मा, नीरज अत्री, डॉ. शोएब जमाई, जेरोम एंटो, ध्रुम्मी भट्ट, दीपिका नारायण भारद्वाज, सुमन शर्मा, खुश्बु मट्टू, मेजर सरस त्रिपाठी, वकील अनंत मेरठिया, सुबुही खान, अनुराग सक्सेना, मधु कीश्वर, शेफाली वैद्य, डॉ. आनंद बुर्धन, आभास मालदहियार, संदीप बालकृष्ण, सुमित अवस्थी, गुरु प्रकाश पासवान, शेहजाद पूनावाला, दिप्ती रावत भारद्वाज, वकील मनीष तिवारी, अजित भारती, डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी, रणदीप हूड़ा और अदा शर्मा जैसे 45 से अधिक विशेषज्ञों की टीम उपस्थित रहेगी।
इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं आतराष्ट्रीय स्तर के 45 से अधिक प्रबुध्ध एवं प्रसिद्ध वैज्ञानिक, विचारक, वक्ता, प्रत्रकार, रणनीतिज्ञ व कला क्षेत्र के तजज्ञों की उपस्थिती में हमारी शिक्षा प्रणाली, विदेशनीति, आंतरिक सुरक्षा, सांप्रदायिक कट्टरता, नारी शक्ति, न्यायिक सुधार व यूसीसी, वैचारिक युद्ध, इतिहास सुधार, राजनीति, मीडिया और सिनेमा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के आगामी 25-वर्षीय आयोजन पर चर्चा-विमर्श होगा।
इस कार्यक्रम के साथ-साथ लगातार तीन दिन तक सांय के समय राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाशाली टीम के द्वारा भारतीय कला एवं संस्कृति को उजागर करती विभिन्न कलाकृतिया भारत नाट्यम, नृत्य व संगीत संध्या, नाट्य, गायन आदि एवं वैश्विक धरोहर कहे जाने वाले हमारे गुजराती गरबे को प्रदर्शित किया जाएगा ।