
म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों को आसानी से मिलेंगे एम्फाटेरिसीन इंजेक्शन, मनपा प्रशासन ने की यह व्यवस्था
गुजरात समेत सूरत में म्यूकोर माइकोसिस के बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। शहर में कोरोना के मामलों में कमी आयी है, लेकिन म्यूकोर माइकोसिस के कारण लोग परेशान है। म्यूकोर माइकोसिस बीमारी के कारण कई लोगों की आंखे चल गई है। अब कोरोना से ज्यादा म्यूकोर माइकोसिस के मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे है।
सूरत महानगरपालिका ने अब म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों को आवश्यक इंजेक्शन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के आवंटन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इतना ही नहीं निजी अस्पतालों में भी इंजेक्शन आवंटन के लिए प्रशासन की ओर से स्मीमेर अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमेटी बनाई गई है।
यह करना होगा
निजी अस्पताल के नोडल अधिकारी को सूरत महानगरपालिका द्वारा घोषित ई-मेल आईडी पर म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों के आधार- सबूत प्रिस्क्रिप्शन प्रुफ भेजने होंगे। निजी अस्पतालों में मरीज का डाटा शाम पांच बजे से पहले नोडल अधिकारी द्वारा नगर पालिका को जारी ई-मेल आईडी पर भेजना होता है। ई-मेल आईडी injamphotericinbsmimer@gmail.com पर भेजना होगा।
वर्तमान स्टॉक में से प्रो रेटा के अनुसार अगले दिन निजी अस्पताल को शाम 3 से 5 बजे के बीच स्मीमेर की दवा खिडक़ी से इंजेक्शन लेना होगा। इंजेक्शन के लिए आने वाले अस्पताल के कर्मचारियों को मरीज के आवश्यक दस्तावेजों की हार्डकॉपी जमा करनी होगी। इंजेक्शन लेने के अगले दिन शीशी जमा करनी होगी और जिस मरीज को इंजेक्शन दिया गया है उसकी सूची की हार्डकॉपी अगले दिन इंडेंट फॉर्म में भेजनी होगी।
यह दस्तावेज जरूरी
मरीजों के दस्तावेजों में अस्पताल के अधिकृत चिकित्सक के हस्ताक्षर-सिक्का के साथ इंडेंट फार्म , भर्ती मरीज के मामले का विवरण, मरीज के आधार कार्ड की प्रति, म्यूकोर माइकोसिस के निदान की प्रति, इलाज करने वाले डॉक्टर से सिफारिश का पत्र, अस्पताल के नमूने के मुताबिक आश्वासन पत्र आदि आधार-सबूत के साथ इंजेक्शन प्राप्त कर सकेंगे।