
गुजरात सरकार के गृह मंत्रालय के आदेश के बाद राज्य भर की जेलों में छापेमारी कर अचानक चेकिंग की गई है। इसके साथ ही खबर है कि सूरत की लाजपोर जेल में पुलिस की विभिन्न टीमों ने रात भर चेकिंग की कार्रवाई की है। बड़ी संख्या में पुलिस का काफिला लाजपोर जेल पहुंचा और जांच की सुगबुगाहट शुरू हो गई। हाईटेक मानी जानेवाली लाजपोर सेंट्रल जेल में कैदी को दिए गए तकिए में चरस-गांजा सहित भांग की पुड़िया पाए जाने से जेल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।
कई बार यह बात सामने आ चुकी है कि सूरत की लाजपोर जेल के कुख्यात कैदी जेल से ही अपना अपराध का साम्राज्य चला रहे हैं।समय-समय पर जांच के दौरान मोबाइल फोन भी मिले हैं। सूरत पुलिस की ओर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद राज्य की जेलों पर छापेमारी की गई है। सूरत की आधुनिक लाजपोर जेल में पुलिस का काफिला भी उतरा है। उच्चाधिकारियों की एक टीम लाजपोर जेल पहुंच चुकी है और तलाशी अभियान जारी है।
सूरत पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर सहित अधिकारियों की टीम ने लाजपोर जेल के अंदर तलाशी अभियान के दौरान चौंकाने वाली चीजें पाकर हड़कंप मचा दिया है। जिसके अंदर तलाशी अभियान चलाया गया। जिसमें करीब 10 मोबाइल मिले। चरस और गांजे की पुड़िया भी मिली है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रात भर लाजपोर जेल के अंदर तलाशी अभियान चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान लाजपोर जेल में कैदियों के पास से मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। लेकिन साथ ही खुलासा हुआ है कि चरस और गांजा भी खाया जाता है। हैरानी की बात है कि जेल के अंदर कड़ी सुरक्षा के बावजूद उनके पास चरस और गांजा जैसे नशीले पदार्थ कैसे पहुंच रहे थे। मादक पदार्थ पाए जाने पर सचिन जीआईडीसी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।