
अंबाजी में पारंपरिक मोहनथाल प्रसाद बंद करने और चिक्की प्रसाद देने के फैसले के बाद पूरे गुजरात में विरोध देखा जा रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था वाले मोहनथाल का प्रसाद बंद किए जाने पर नेता, दल और लोग मैदान में उतर आए हैं। चिक्की का प्रसाद बांटने का फैसला वापस लेने और मोहनथाल का प्रसाद फिर से शुरू करने की मांग हो रही है, वहीं विहिप भी विरोध में शामिल हो गई है।
इसी क्रम में तीर्थ स्थल शक्ति पीठ अंबाजी पर पारंपरिक मोहनथाल प्रसाद को रोके जाने के विरोध में विहिप ने शनिवार 11 को अंबाजी में धरना देने का ऐलान किया है। साथ ही अगले दिन यानी 12 रविवार को राज्य के सभी माताजी के मंदिरों में भी मोहनथाल का प्रसाद बांटने का निर्णय लिया है। इसी बीच आज अंबाजी में चिक्की के प्रसाद को लेकर हुए विवाद को लेकर श्रद्धालुओं ने मोहनथाल का वितरण शुरू कर दिया है।
@CMOGuj @Mulubhai_Bera @CollectorBK શક્તિપીઠ અંબાજીમાં પરંપરાગત મોહનથાળ પ્રસાદ બંધ કરવાના નિર્ણયના વિરોધમાં ૧૧/૦૩ શનિવારના રોજ વિહિપ મંત્રી અશોક રાવલના નેતૃત્વમાં અંબાજીમાં ધરણાં યોજાશે, ૧૨/૦૩ રવિવારે રાજ્યના તમામ માતાજીના મંદિરોએ સ્તુતિ કરી મોહનથાળ પ્રસાદ વહેંચાશે #Ambaji
— VHP Gujarat (@VHPGUJOFFICIAL) March 9, 2023
वहीं दूसरी ओर विहिप ने चिक्की के प्रसाद का विरोध करते हुए मोहनथाल प्रसाद को फिर से शुरू करने के लिए धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसे विहिप के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर बताया गया है कि अंबाजी में 11/03 शनिवार को इसके खिलाफ धरना दिया जाएगा। शक्तिपीठ अंबाजी में परंपरागत मोहनथाल प्रसाद बंद करने का निर्णय रविवार 11/03 को राज्य के सभी माताजी मंदिरों में माथा टेकेंगे और मोहनथाल प्रसाद का वितरण करेंगे।
साथ ही एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि, ‘जगतजनी मां अंबाना धाम की महान परंपरा के समर्थन में सभी पैदल तीर्थ संघों, मंदिरों, पूज्य संतों और भावी भक्तों को विहिप के साथ शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है.’ जय श्रीराम… बोलो अम्बे.. जय जय अम्बे…’