
श्री सहस्रफना पाश्वनाथ ट्रस्ट ने भिक्षुओं के साथ मनाया चंदवी पडवा
सूरत के लोगों के लिए कहा जाता है कि “सूरत खाने में लालायित और खिलाने में चतुर होते हैं” इस कहावत को सही मायनों में चरितार्थ करने वाला यह कार्य “श्री सहस्रफना पाश्वनाथ ट्रस्ट” गोपीपुरा सूरत द्वारा किया गया।
चंदवी पडवा के दिन सूरत शहर के नागरिक करोड़ों रुपये का घारी खाते हैं। वही शहर में आवारा जीवन जीने वाले भिखारियों के लिए के एक वक्त के भोजन मिल पाना मुश्किल है। ऐसे भिक्षुओं के लिए गोपीपुरा में सक्रिय श्री सहस्रफना पार्श्वनाथ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट श्री महावीर अन्नक्षेत्र ने शहर के विभिन्न 14 केंद्रों पर 5000 से अधिक भिक्षुओं को भुसू और मोहनथाल के साथ घारी की सेवा दी, ताकि भिक्षु चंदवी पडवा उत्सव का आनंद ले सकें।
त्यौहार सार्वभौमिक हैं और सभी को त्यौहार मनाने का अधिकार है। भिखारी भी एक इंसान है। सूरत शहर के नागरिक हैं और उन्हें भी त्योहार मनाने का अधिकार है। उत्सव का एहसास पैदा करने के लिए श्री महावीर अन्नक्षेत्र भोजन के साथ घारी-मोहनथाल और भुसू भी परोसेगा। इस तरह चंदवी पडवा मनाया गया।