
सूरत : शहर में गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए बनाए 19 कृत्रिम तालाब
तापी नदी, केनाल और तालाब में श्रीजी प्रतिमा विसर्जन पर प्रतिबंध
सूरत से गुजरने वाली तापी नदी, तालाब या नहर में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाने के एनजीटी के आदेश के बाद महानगर पालिका की जिम्मेदारी बढ़ गई है। सूरत में हर साल की तरह इस साल भी अधिक गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। महानगर पालिका ने विभिन्न क्षेत्रों में 19 कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया है। जबकि बड़ी प्रतिमा को समुद्र में विसर्जित करने की योजना है।
सूरत में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है और आनंद चौदस के दिन विसर्जन भी होगा। चूंकि विसर्जन केवल कृत्रिम तालाबों में ही किया जाना है, इसलिए महानगर प्रशासन ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 19 कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया है। इन तालाबों में प्रतीकात्मक विसर्जन के बाद प्रतिमा को एक वाहन में ले जाकर फिर से समुद्र में विसर्जित किया जाएगा।
गणेश विसर्जन के लिए सूरत में तालाबों के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आज सूरत महानगरपालिका आयुक्त बंछानिधि पाणि ने शहर के मध्य क्षेत्र में निर्मित तालाब के मुलाकात के दौरान अधिकारियों-कर्मचारियों को आवश्यक सलाह दी। पांच फीट से भी कम ऊंची प्रतिमा को महानगर पालिका द्वारा बनाये गए कृत्रिम तालाब में विसर्जित किया जाएगा।
सूरत शहर में ही श्रीजी की लगभग 50 से 60 हजार मूर्तियों को स्थापित किया गया है और इन सभी में से 5 फीट या उससे छोटी मूर्तियों को सूरत नगर निगम द्वारा बनाए गए कृत्रिम में विसर्जित किया जाएगा।