
सूरत के उत्रान स्थित विद्युत निगम के गैस बेस पावर स्टेशन के कूलिंग टावर को आज 11:00 बजे ध्वस्त कर दिया गया है। 85 मीटर ऊंचे इस टावर को आधुनिक तकनीक से कुछ सेकद में धराशायी कर दिया गया है। इस टावर के 30 साल पूरे होने पर केंद्र सरकार ने इसे गिराने का फैसला किया।
आज इसे गिरने के दौरान आसपास के रास्ते बंद कर दिए गए। हालांकि टावर को गिराने की इस कार्रवाई के दौरान इसे देखने के लिए लोगों का हुजूम भी उमड़ पड़ा। पावर स्टेशन के इस कूलिंग टावर को गिराने में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया।नियंत्रित विस्फोटक ब्लास्ट तकनीक की मदद से इस विशाल टावर को सेकेंडों में ध्वस्त कर दिया गया। इस कूलिंग टावर में 72 खंभे थे जिनमें करीब 20 छेद किए गए थे। छिद्रों के अंदर विस्फोटक रखे गए थे और रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट किया गया।
उत्रान पावर हाउस के 85 मीटर ऊंचे कूलिंग टावर को चंद सेकद में ध्वस्त कर दिया गया। 85 मीटर ऊंचे टावर को गिराने में करीब 220 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। नियंत्रित विस्फोटक ब्लास्ट तकनीक की मदद से गणना के 4 सेकंड के भीतर विशाल टावर को नीचे गिरा दिया गया।
85 मीटर ऊंचे इस टावर को गिराने के लिए सिस्टम द्वारा पर्याप्त सतर्कता भी रखी गई थी। लोगों को मास्क पहनने की भी सलाह दी गई क्योंकि विस्फोट के दौरान धूल उड़ेगी। इस दौरान मौके पर दमकल, नगर पालिका व पुलिस समेत एक टीम तैनात रही और आसपास के रास्तों को बंद रखने का भी विशेष ध्यान रखा गया।