सूरत : डिंडोली में दोस्तों ने की युवक की सरेआम हत्या
मोबाइल फोन पर गाली-गलौज करने की बात को लेकर आपस में भिड़े थे
सूरत के लिंबायत इलाके में दिनोंदिन अपराधिक घटनाएं बढ़ती ही जा रही है। डिंडोली मे 19 साल के युवक की निर्मम हत्या के बाद पूरा इलाके में सनसनी फैल गई है। दोपहर करीब 12 बजे मोबाइल फोन पर बात करते समय गाली-गलौज करने की बात को लेकर घर के पास ही दोस्तों ने चाकू घोंपकर युवक की हत्या कर दी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत युवक को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। हालांकि इलाज मिलने से पहले ही उनकी मौत हो गई। डिंडोली पुलिस ने दोनों हत्यारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की जांच कर रही है।
एक दोस्त ने पीछे से पकड़ा और दूसरे ने वार किए
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डिंडोली के महादेव नगर निवासी 19 वर्षीय अंश उर्फ गौरव आनंद शिरसाठ बीती रात करीब 9.30 बजे अपने घर के पास सविता मेडिकल स्टोर्स की गली में बैठा था। इसी दौरान उसके दोस्त कैलाश रामसीऔर राकेश उर्फ राकू सालवे उसके पास आए। इससे पहले कि अंश कुछ सोच पाता, राकेश ने अंश को पीछे से पकड़ लिया और कैलाश ने अपने पास मौजूद चप्पू से उस पर वार करना शुरू कर दिया। इस जघन्य हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। चप्पू के वार से अंश मौके पर ही गिर गया और उसे लहूलुहान हालत में 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। हालाँकि प्राथमिक उपचार मिलने से पहले ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कपड़ा मार्केट में युवक साड़ी पैकिंग का काम करता था
घटना की सूचना मिलने पर डिंडोली पुलिस का काफिला मौके पर पहुंचा। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि मृतक अंश शिरसाठ और कैलाश व राकेश दोस्त थे। पिछले दिनों दोपहर के समय भीमनगर में रहने वाले राकेश से मोबाइल पर बातचीत के दौरान अंश शिरसाठ ने गाली गल्लोच करने पर डांटा था। राकेश ने दुश्मनी रखते हुए डिंडोली के साईं नगर में रहने वाले कैलाश के साथ मिलकर अंश शिरसाठ की हत्या की साजिश रची। पता चला है कि मृतक अंश शिरसाठ अपने बड़े भाई के साथ कपड़ा मार्केट में साड़ी पैकिंग का काम करता था। जवान बेटे की निर्मम हत्या के बाद मृतक के परिजनों में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। हालांकि, पुलिस ने हत्यारे कैलाश और राकेश की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है और अपराध स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
डेढ़ माह पहले ही नशामुक्ति केन्द्र से घर लौटा था
डिंडोली के महादेव नगर में रहनेवाला 19 वर्षीय अंश शिरसाठ को बचपन से ही नशा का आदी हो गया था। जिसके कारण परिवारजनों ने उसे बारडोली स्थित नशामुक्ति केंद्र में रखा था। डेढ़ साल तक नशामुक्ति केंद्र में रहने के बाद डेढ़ माह पहले ही व्यसनमुक्ति केंद्र से घर लौटा था। अंश परिवार को आर्थिक रूप से मदत करने के लिए अपने बड़े भाई के साथ कपड़ा बाजार में साड़ी पैकिंग की नौकरी करता था।