सूरत : डिंडोली में बच्चे के अपहरण मामले में पिता ने ही निकला अपहर्ता
क्राइम ब्रांच ने अपहरण की साजिश में शामिल पिता, बुआ और परिचित को पकड़ा
सूरत के लिंबायत डिंडोली इलाके में बच्चे के अपहरण मामले में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। बच्चे के अपहरण के पीछे पिता की ही साजिश होने की बात सामने आयी है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने ट्रेन में से बालक को मुक्त कर अपहरण की साजिश में शामिल तीन आरोपियों को पकड़ लिया है। जिसमें एक बच्चे का पिता और एक उसकी बुआ शामिल है। पिता ने अपहरण की योजना बनाकर अपने पुत्र को बहन के जरीये महाराष्ट्र भेज दिया था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ नवागाम डिंडोली स्थित जिज्ञाशा नगर निवासी ताराचंद उत्तम पाटिल के 5 वर्षीय पुत्र का तीन दिन पहले अपहरण हो गया। क्राइम ब्रांच पुलिस ने बच्चे की खोजबीन शुरू की थी। इस दौरान पुलिस को बच्चे के पिता ताराचंद पर संदेह हुआ और पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। तब पता चला कि बच्चे अपहर्ता और कोई नहीं बल्कि उसका पिता स्वयं हैं।
नंदुरबार में चलती ट्रेन से बालक को मुक्त कराया
पुलिस ने तुरंत ही अलग अलग टीम बनाई और महाराष्ट्र के नंदुरबार में चलती ट्रेन से बालक को मुक्त कराया और उसके अपहरण की साजिश में शामिल पिता ताराचंद पाटिल तथा उसकी बहन ज्योति रविंद्र पाटिल और परिचित करण मनोहर वाकोड़े को गिरफ्तार किया।
अपहरण की वजह यह बताई
पुलिस पूछताछ में ताराचंद पाटिल ने बताया कि उसने अलग अलग बैंक से करीब नौ लाख की पर्सनल लोन ली थी। काम धंधा भी ठीक से नहीं चल पा रहा था। इसके साथ उसकी और पत्नी की भी तबियत हमेशा खराब रहने से इलाज पर रूपए खर्च हो रहे थे। इन सभी हालातों के चलते उसे अपने पिता के पास रहने के लिए जाना था, लेकिन पत्नी मना कर रही थी। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान होकर अपने ही बच्चे के अपहरण की साजिश रची। जिससे वह पत्नी पर लापरवाही का बहाना बनाकर जा सके। जिससे अपहरण की साजिश रची और अपने पुत्र का अपहरण कर बहन ज्योति और परिचित करण के जरिये महाराष्ट्र भेज दिया था।