सूरत। दक्षिण भारत में सूर्य के उत्तरायण होने पर पोंगल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन से तमिल नववर्ष की शुरुआत हो जाती है। चार दिनों तक चलने वाली इस पर्व में रोजाना विभिन्न भगवानों की पूजा की जाती है। दक्षिण भारत में स्थित तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल राज्यों में पोंगल त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।
सूरत में 217 कपड़ा बाजारों में लगभग 65 हजार कपड़ा व्यापार दुकानें है। सूरत में कपड़ा व्यवसाय का औसत दैनिक कारोबार लगभग 100 करोड़ रूपये है। पोंगल त्योहार पर 1000 करोड़ रूपये का कारोबार होता है। पोंगल त्योहार पर सूरत कपड़ा बाजार में तेजी देखी जाती है। लेकिन इस बार मिचौंग चक्रवात का असर दक्षिण और उत्तर भारत के राज्यों में दिखाई दिया है। तमिलनाडु के चेन्नई में चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है।
मौसम में आए बदलाव के कारण कपड़ा बाजार के व्यापारियों का कामकाज कम हुआ है। बाहरगांव के व्यापारी भी पर्याप्त खरीदी नहीं कर रहे है। व्यापारियों ने ग्रे की नई खरीदी पर ब्रेक लगाया है। मिलों से फिनिश्ड की आय भी कपड़ा बाजार में फिलहाल कम है।
मिचौंग चक्रवात से पड़ा 10 प्रतिशत का असर
सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष युवराज देसले ने कहा कि आमतौर पर कपड़ा पार्सल से लदे लगभग 125 ट्रक सूरत से देश भर के विभिन्न गंतव्यों के लिए निकलते है। मिचौंग चक्रवात से पोंगल के सीजन पर टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट पर 10 प्रतिशत का असर हुआ है। हमनें तमिलनाडु का व्यापार करने वाले सूरत के व्यापारियों से आग्रह किया है कि अपने माल की व्यवस्थित पैकिंग करके भेंजे।