4 जनवरी बुधवार को सूरत कड़ोदरा रोड पर स्थित द्वारकाधीश ट्रांसपोर्ट नगर में सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिशन व सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में टेक्सटाइल मार्केट से आने वाले बड़े और वजनी पार्सल को बंद करने को लेकर चर्चा की गई।
पिछले कई वर्षो में पार्सल का आकार और वजन दोनो में काफी वृद्धि देखी गई हैं। 3-4 वर्ष पहले तक पार्सल 55 से 60 किलो ग्राम वजनी होते जो धीरे – धीरे बढ़कर अब 90 से 110 किलो ग्राम तक के बनने लगे हैं। इन बड़े और वजनी पार्सल को उठाना मजदूरों के लिए काफी कठिनाई का काम हैं जिसके कारण कई मजदूर बुरी तरह चोटिल भी हो रहे हैं। पार्सल का वजन व आकार बढ़ने से मजदूर और ट्रांसपोर्ट दोनो का आर्थिक नुकसान हो रहा हैं। श्रमिकों का आर्थिक शारीरिक शोषण भी जिसको मद्देनजर रखते हुए अब दोनो संगठनों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया हैं की आगामी 15 जनवरी से 55 किलो ग्राम से अधिक वजनी पार्सल को ना तो मजदूर उठायेंगे और ना ही ट्रांसपोर्टर स्वीकार करेंगे।
इस संबंध के मजदूर नेता व यूनियन प्रवक्ता शान खान ने बताया की मानवाधिकार अधिनियम और कारखाना अधिनियम दोनो में यह वर्णित हैं की श्रमिकों से उनकी क्षमता से अधिक वजनी सामान न उठवाया जाए अतः अब टेक्सटाइल मार्केट में भी पार्सल के वजन पर सीमा का नियम बनाने की अत्यंत अवश्याता हैं।
इस अवसर पर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष युवराज देशले, मजदूर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, बनारसीदास अग्रवाल, यूनियन के महासचिव देवप्रकाष पांडे, प्रवक्ता शान खान, नेहल बुद्धदेव, अनिल गुप्ता, राहुल पांडे, दीपचंद पांडे, पप्पू मिश्रा, हनुमान प्रसाद शुक्ला, बंगा पांडे, दीपक तिवारी, रहीम शेख, लल्लन पांडे, मंटू पांडे समेत बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व मजदूर यूनियन के पदाधिकारी और अग्रणी उपस्थित रहे थे।