सूरत : कोरोना संक्रमण बढ़ने से कपड़ा कारोबार हुआ चौपट
कारोबारियों ने दो हज़ार करोड़ का कारोबार गंवाया
सूरत ( राजेंद्र उपाध्याय )। पूरा विश्व कोरोना की चपेट में आ गया है। इससे उद्योग धंधे पर पूरी तरह से प्रभावित हुए है। कोरोना की दूसरी लहर से कारोबार जैसे तैसे पटरी पर आया ही था कि तीसरी लहर की दस्तक से कारोबार चौपट हो गया। जनवरी माह सूरत के कपड़ा कारोबारियों के लिए व्यापार की दृष्टि से बड़ा महत्वपूर्ण है, क्योंकि अन्य राज्यों के व्यापारी लग्नसरा की ख़रीदी के लिए बड़ी संख्या में सूरत आते हैं। लेकिन अब हालात बदल चुके है कोरोना संक्रमण बढ़ने से अन्य राज्यों से व्यापारी सूरत आना टाल रहे है। अन्य राज्यों का रिटेल मार्केट भी ठप्प होने से उनके पास भी स्टॉक बचा हुआ है। इस वजह से भी व्यापारी नहीं आ रहे हैं।
कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद दिवाली पर अच्छा कारोबार हुआ। दिवाली के बाद जनवरी, फ़रवरी माह में भी शादी ब्याह के दिनों भी बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिलने की आस थी, लेकिन दिसंबर के अंत से ओमिक्रॉन का असर दिखने लगा और अब कई राज्यों में कोरोना को लेकर सख्त गाइडलाइन आने से शादी-ब्याह के आयोजन पर असर दिखने लगा है। लोगो की कम उपस्थिति के कारण और आयोजन रद्द होने से कपड़ो की बिक्री कम हो गई है। सूरत के कपड़ा बाजार में अन्य राज्यों के व्यापारी कम आ रहे हैं। सामान्य तौर पर इन दिनों में बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिलते हैं, लेकिन फिलहाल ब्रेक लग गई है। 2000 करोड़ के ऑर्डर पर असर पड़ा है।
अन्य राज्यों के व्यापारियों का कहना है कि अभी कोरोना के कारण व्यापार सही नहीं है। रिटेल मार्केट में ग्राहक नहीं आ रहे। इसलिए जब वह कहें तब माल भेजना। इस तरह से 2000 करोड़ के ऑर्डर प्रभावित हुए हैं। सुनिल पाटिल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कपड़ा बाज़ार बुरे दौर से गुज़र रहा है। बीते दिनों जैसे तैसे करके कपड़ा व्यापार उभर रहा था कि कोरोना की तीसरे लहर के कारण जो ऑर्डर मिले थे वहाँ भी रद्द हो गए हैं। अन्य राज्यों के व्यापारी भी कोरोना के कारण डर रहे हैं। रिटेल मार्केट भी ठंडा हो गया है।