कंपनी सूरत की मांग के अनुसार उत्पादन नहीं बढ़ा सकती: कलेक्टर डॉ.धवल पटेल
सूरत शहर के कोरोना की स्थिति गंभीर है। लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी होने पर सूरत जिला कलक्टर को वितरण व्यवस्था करनी पड़ी थी। इस बीच अचानक ऑक्सीजन की कमी हुई है। शहर में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है।
कलेक्टर ने आज स्पष्ट किया कि कंपनियां सूरत की आवश्यकता के अनुसार अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करने में सक्षम नहीं हैं। सूरत शहर में ऑक्सीजन की स्थिति के बारे में सूरत के जिला कलेक्टर डॉ. धवल पटेल ने कहा कि हम शहर में ऑक्सीजन की समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे। लेकिन ऑक्सीजन की मांग उत्पादन के सामने इतनी बढ़ गई है कि वर्तमान में जो कंपनी ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है। ये कंपनियां अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करने की स्थिति में नहीं हैं।
इसके अलावा महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी स्थिति गंभीर है क्योंकि सरकार के आदेश से इन कंपनियों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। वर्तमान में जामनगर रिलायंस से सूरत में तीन टैंकर भी आ रहे हैं। लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। आने वाले दिनों में ऑक्सीजन का संकट और गहराने की संभावना है।
जामनगर रिलायंस से भी फिलहाल तीन टैंकर सूरत आते है, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में 135 मेट्रिक टन की मात्रा सूरत में आ रही है। सिविल और स्मीमेरको छोडक़र लगभग 20 टन बचता हैं। यह जत्था वर्तमान में निजी अस्पतालों में वितरित किया जाएगा। सूरत शहर को जितनी ऑक्सीजन की जरूरत है। वह जत्था वर्तमान स्थिति में नहीं मिल सकता है।