कोरोनाकाल में कर्ज बढऩे से व्यापारी बेचने लगा शराब
टेक्सटाइल नगरी के नाम से मशहूर सूरत में कोरोनाकाल में ज्यादातर राज्यों में लॉकडाउन की वजह से कपड़ा व्यापार ठप्प हो गया है। कपड़ा व्यापारियों की हालत दयनीय हो गई है। व्यापारियों दुकान का किराया, माल का पेमेन्ट चुकाना भी मुश्किल हो गया। कई व्यापारी कर्ज के बोझ तले दब चुके है। कुछ ने तो दूसरा व्यापार करना शुरू कर दिया है। कुछ ने तो गलत काम करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला सूरत में सामने आया है। एक व्यापारी को पुलिस ने शराब बेचने के मामले में गिरफ्तार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस कॉन्स्टेबल चेतन वानखेड़े और संतोष पाटिल को सूचना मिली थी कि डिंडोली में मधुरम सर्कल के पास श्यामविला सोसाइटी का रहने वाला मूल भीलवाड़ा का निवासी व्यापारी मुकेश राधेश्याम सामरा शराब का धंधा करता है और शराब पार्किंग में पड़ी एक कार में है।
सूचना के आधार पर पुलिस ने जांच की तो कार में 27,000 रुपये की 60 बोतल शराब मिली। पुलिस ने 2.50 लाख रुपये की एक कार भी जब्त की है। पुलिस पूछताछ में व्यापारी मुकेश ने बताया कि कोरोना में लॉकडाउन के कारण पिछले डेढ़ साल में कारोबार चौपट हो गयाï और कर्ज में हो गया था। आर्थिक स्थिति से बाहर निकलने के लिए शराब बेचना शुरू किया था। लेकिन मुकेश पहले खेप में पकड़ा गया। मुकेश ने आशुष नाम के बूटलेगर से शराब लाया था।