लिंबायत जोन आकारणी का क्लर्क 5 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
लिंबायत जोन के आकारणी विभाग के कर्मचारी को एसीबी ने निर्माण कार्य का टैक्स कम दिखाने के एवंज में 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सूरत के डिंडोली निवासी के दोस्त के दो प्लॉट डिंडोली इलाके में है। दो प्लॉट के कर आकारणी का काम था। लिंबायत जोन के आकारणी विभाग में क्लर्क अमृतभाई वस्ताभाई परमार से मिले थे। अमृतभाई ने एक प्लॉट का सर्वे करके आकारणी के 5 हजार रूपए मांगे थे। उस समय 4500 रूपए दिए थे। उस समय अमृतभाई ने एक प्लॉट की खुली जगह होने से दफ्तर की रीकवीजीशन फॉर्म भी दिया था। बाद में क्लर्क अमृतभाई ने एक प्लॉट में किए बांधकाम का कर कम करने के बदले में 5 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी।
प्लॉटधारक और रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसलिए दोस्त को कहने पर एसीबी का सम्पर्क करने के शिकायत दर्ज करवायी थी। शुक्रवार देर रात एसीबी ने डिंडोली चौराहा साईं प्वाइंट के पास जाल बिछाया। जिसमें कि आकारणी विभाग का 58 वर्षीय क्लर्क अमृत वस्ता परमार को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा। एसीबी ने क्लर्क अमृतभाई परमार के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए कर्मचारी का वेतन 42 हजार रूपए था और वह एक माह बाद सेवानिवृत्त होने वाला था। इस कर्मचारी पर कई लोगों से रिश्वत लिए होने का आरोप लगा है।