सूरत

सूरत कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी का नामांकन वैध होगा या रद्द ? रविवार सुबह 11 बजे होगा फैसला

कुंभाणी ने जताई अनुमोदकों के अपहरण की आशंका

लोकसभा चुनावी जंग के बीच शनिवार को गुजरात के राजनीति में हड़कंप मच गया है। इंडिया गठबंधन के सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी के तीन अनुमोदकों के पर्चे में उनके हस्ताक्षर नहीं होने का चुनाव आयोग को हलफनामा सौंपा और उसके बाद गायब हो गए। तब से सूरत सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी के नामांकन को लेकर संकट गहरा गया है।

हालांकि चुनाव आयोग ने कुंभाणी अपना पक्ष रखने के लिए रविवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया है। सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल के चुनाव एजेंट दिनेश जोधाणी ने रिटर्निंग ऑफिसर को पत्र लिखकर कहा है कि कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी के अनुमोदकों पात्र नहीं हैं। नीलेश कुंभाणी के नामांकन फॉर्म में अनुमोदकों ने जो हस्ताक्षर किए हैं, वे फर्जी हैं।

कुंभाणी ने जताई अपहरण की आशंका

निलेश कुंभाणी ने उनके तीनों अनुमोदकों के गायब होने पर उनके अपहरण की आशंका जताते हुए उमरा थाने में शिकायत की है। वहीं, कांग्रेस नेता बाबू मांगुकिया ने बताया कि उनकी ओर से नियमों के तहत प्रत्याशी को उसका पक्ष रखने के लिए 24 घंटे का समय देने की मांग की गई। जिससे चुनाव आयोग ने रविवार सुबह 11 बजे सुनवाई तय की है। इसके अलावा कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग को तीन अर्जियां सौंपी गई है और उच्च न्यायालय में भी हेबियस कॉपर्स दायर की गई है।

कुंभाणी के नामांकन को लेकर फैसला कल सुबह 11 बजे होगा

नीलेश कुंभाणी के फॉर्म को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों की दलीलें सुनने के बाद रविवार 21 अप्रैल को सुबह 11 बजे कुंभाणी के फॉर्म को लेकर फैसला लिया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button