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विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरुदेव श्री श्री रविशंकरजी 12 और 13 मार्च को सूरत में

इंडोर स्टेडियम में विज्ञान भैरव कार्यक्रम, सत्संग व सुदर्शन क्रिया का आयोजन होगा

सूरत। आर्ट ऑफ लिविंग के सूरत चैप्टर ने 12 और 13 मार्च को गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के सानिध्य में विज्ञान भैरव और रत्नाराज कार्यक्रम का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हो रहे कार्यक्रमों की शृंखला में किया है।

आर्ट ऑफ लिविंग सूरत चैप्टर के एपेक्स सदस्य हीरलभाई देसाई और यशेस स्वामी ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग दुनिया के 180 देशों में फैला एक संगठन है और इसके लाखों अनुयायी हैं। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी इस संस्था के संस्थापक हैं। इस संस्था की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर दुनियाभर में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

आर्ट ऑफ लिविंग के राज्य शिक्षक समन्वयक बकुल भाई पटेल ने विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि इसके तहत 12 मार्च को गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी सूरत के सानिध्य में विज्ञान भैरव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।इंडोर स्टेडियम में होने वाले इस कार्यक्रम में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी स्वयं भगवान शंकर द्वारा पार्वतीजी को सिखाई गई 112 ध्यान विधियां सिखाएंगे जिन्हें आशीर्वाद के रूप में दिया जा सकता है। और ज्ञान वाणी देगे। कार्यक्रम दो सत्रों में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक होगा।

आर्ट ऑफ लिविंग के मीडिया समन्वयक दिनेशभाई चौधरी ने आगे बताया कि 13 मार्च को गोपिनगाम, मोटा वराछा में रत्नराज कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के तहत गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी का सत्संग एवं सुदर्शन क्रिया कार्यक्रम होगा। जिसमें सूरत के एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे। इन दोनों कार्यक्रमों में पूरे गुजरात से लोग आएंगे।

और यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि चूंकि गुरुदेव गुजरात की यात्रा पर हैं, इसलिए अधिकांश गुजराती कलाकार मित्र गुरुदेव को सुनने आएंगे और सभी क्षेत्रों के अन्य लोग जैसे डॉक्टर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, अधिवक्ता, नौकरशाह, ट्रस्टी, शिक्षक शामिल भी शामिल होंगे। आयोजन से पहले आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों द्वारा तैयारियां जोरों पर हैं। 10 से 16 मार्च तक गुजरात के दौरे पर भी हैं। पूरे गुजरात में विभिन्न प्रकार के विभिन्न कार्यक्रम होंगे।

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