जैनाचार्य आनंदसागर सूरीश्वर महाराज रचित 230 ग्रंथों का 19 मई को होगा विमोचन
सूरत। जैनाचार्य आनंद सागर सूरीश्वर महाराज द्वारा रचित 230 ग्रंथों का रविवार 19 मई को एक साथ विमोचन आगमो धारक धानेरा आराधना भवन में किया जाएगा। उन्होंने 11 लाख श्लोकों और अन्य पुस्तकों, तीर्थधर- देवद्विरस- बालदिसा ज्ञान भंडार निर्माण का संपादन और प्रकाशन किया है। पालिताना और सूरत में आगम मंदिर जैसे श्रुत स्थापत्यों का निर्माण किया।
उन्होंने एक से लगभग एक हजार साधु-साध्वियों का एक समुदाय बनाया। उन्होंने अपने जीवन में एक लाख श्लोकों का संस्कृत-प्राकृत साहित्य रचा। जिसमें न्याय-व्याकरण-साहित्य-ज्योतिष-योग-विज्ञान-खनिज-भूगोल-इतिहास जैसे विषय रखे गये हैं। उन्होंने 240 ग्रंथों की रचना की है। इसमें आधुनिक व्याकरण-छंद-कोश भी शामिल है। इन ग्रंथों में अंतिम ग्रंथ 2006 में गोपीपुरा में रचा गया। जिसे ‘आराधना मार्ग’ नाम दिया गया। 230 श्रेष्ठियों-विद्वानों द्वारा 230 ग्रंथों का विमोचन किया जाएगा।