धर्म- समाज
“श्री आगममोद्धारक आनंद सागर सूरि अरणाआई सर्कल’ का किया गया उद्घाटन
सूरत। पाल के ओमकार सूरी आराधना भवन से शुरू हुई यात्रा सीमंधर कॉम्प्लेक्स- श्री आगमोद्धारक जैन संघ के पास नवनिर्मित श्री आगमोद्धारक आनंद सागर सूरी अरणाआई’ सर्कल का उद्घाटन किया गया।
आज के दिन भगवान महावीर स्वामी को ऋजुवालिका नदी के तट पर केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ये साधना सिद्धि से परे थी और उस मात्र ज्ञान में भगवान ने संसार की वस्तुओं को उपादेय के रूप में देखा और विश्व कल्याण का मार्ग दिखाया। जो राग का नहीं, त्याग का प्रधान है। उपरोक्त बातें प्रवचन प्रभावक सागरचन्द्रसागर सूरी महाराज ने बताई।
आगमोद्धारक आचार्य आनंद सागर महाराज का आचार्य पद दिवस था। 1974 में सूरत में उन्हें आचार्य पद से वितरषित किया था। उनके द्वारा रचित 230 ग्रंथों और अभय पार्श्वनाथ का भव्य स्वागत किया गया।”