उत्तर भारतीय समाज के गौरव और स्वाभिमान की रक्षा करेंगे– एकनाथ शिंदे
नंदनवन में प्रबुद्ध उत्तर भारतीयों ने दिया मुख्यमंत्री को समर्थन
मुंबई। महाराष्ट्र की सरकार उत्तर भारतीय समाज के गौरव और स्वाभिमान की रक्षा करेगी। सरकार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों और नीतियों का पालन करते हुए महाराष्ट्र की संपूर्ण जनता के विकास के प्रति संकल्पित है। मालाबार हिल स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी निवास नंदनवन में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपरोक्त बातें कही।
अपने 15 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री ने कई बार जय श्रीराम और जय उत्तर प्रदेश के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि हमें आप सभी के साथ अयोध्या चलना है। कार्यक्रम के संयोजक उप जिला प्रमुख तथा शिवसेना नगरसेवक विक्रम प्रताप सिंह ने कहा कि जमीन से जुड़ा हुआ उत्तर भारतीय समाज जमीन से जुड़े हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पूरा विश्वास है। यही कारण है कि कार्यक्रम में शामिल मुंबई और ठाणे की तमाम उत्तर भारतीय संस्थाओं ने खुले दिल और खुले मन से एकनाथ शिंदे जी का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि लोकप्रिय विधायक प्रताप सरनाईक द्वारा किए गए विकास कार्यों के चलते मीरा भायंदर एक मॉडल शहर के रूप में तब्दील होता जा रहा है। भारतीय सद्विचार मंच के अध्यक्ष डॉ राधेश्याम तिवारी ने शिंदे सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से जनता के हितों के प्रति समर्पित है।
उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तथा लोकप्रिय उत्तर भारतीय नेता डॉ राम मनोहर त्रिपाठी की स्मृति में बनने वाले भवन को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। मंच पर उपस्थित रहने वाले लोगों में कार्यक्रम के मार्गदर्शक शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक, युवा सेना के राष्ट्रीय सचिव पुर्वेश सरनाईक, डॉ ह्वदय नारायण मिश्र, संवेदना फाउंडेशन के अध्यक्ष पंकज मिश्रा, लोकप्रिय उत्तर भारतीय नेता आरडी यादव, समाजसेवी ओपी सिंह तथा समाजसेवी सुधाकर सिंह बिसेन का समावेश रहा।
मुंबई और ठाणे की अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष और पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी उपस्थित लोगों ने खुले मन से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शुभकामनाएं देते हुए अपना समर्थन व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे ने किया। उपस्थित गणमान्य लोगों में समाजसेवी रत्नाकर मिश्रा समाजसेवी राजेश मिश्रा युवा उत्तर भारतीय नेता शिवा सिंह धर्मेंद्र सिंह रितेश सिंह गीता सिंह उदय शंकर मिश्र योगेश सिंह दीपक सिंह विरेंद्र गुप्ता डीडी मिश्रा विद्या चतुर्वेदी नवीन कुमार मिश्रा सुरेश पाल राकेश मिश्रा कमलेश दुबे विनोद राम नारायण दुबे बबलू उपाध्याय रमेश मिश्र उमा शंकर राजभर मुकेश मिश्र शिव नारायण तिवारी सुनील शुक्ला रमेश पटेल संदीप सिंह फौजी रामू सिंह प्रवीण सिंह धीरज सिंह समेत करीब 500 प्रबुद्ध उत्तर भारतीय उपस्थित रहे।