
उदयपुर : कोटड़ा फायरिंग मामले में दो आरोपियों को कोटड़ा पुलिस ने किया गिरफ्तार
उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत)। उदयपुर जिले के कोटड़ा कस्बे में एक दुकान पर गोलियां दाग कर फरार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गत दिन एक दुकान पर चार गोलियां चला कर वहा से अपने निजी वाहन से भाग गए। कोटड़ा थानाधिकारी रामसिंह चूंडावत ने गंभीर मेटर को लेकर एक टीम बनाई। थानाधिकारी रामसिंह चूंडावत ने बताया कि कोटड़ा में फायरिंग कर फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आज दिनेशकुमार पिता धर्मा बुम्बरीया निवासी कुकावास और उम्र वर्ष 21 और आकाश पिता शंकरलाल तावड़ उम्र वर्ष 19 निवासी निचली सुबरी को गिरफ्तार किया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस इन्वेस्टिगेशन में बताया कि मोहम्मद सिदिकी की आपसी रंजिश थी।उसको सबक सिखाने के लिए गोलियां दागी गई। चेतन बुम्बरीया ने फायरिंग करते समय उसकी वाहन में सात अन्य व्यक्ति सवार थे। पुलिस उन तमाम व्यक्तियों की तलाश में जुट गई है।
दरअसल आरोपी ने बताया कि सातों व्यक्ति पालनपुर से अलग हो गए थे। जबकि आरोपी ने बताया कि मैं कुकावास छिप गया था। पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव पचार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश दिया।इसके साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कोटड़ा आकर हालात का जायजा लिया। पुलिस उपाधीक्षक भूपेन्द्र सिंह सहित कोटड़ा और मांडवा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में गिरफ्तार किये गए। पुलिस ने गुजरात के हडाद, खेरोज,पालनपुर,डिसा आदि इलाको में दबिश दी गई। रामसिंह चूंडावत और मांडवा थानाधिकारी नाथूसिंह द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करने में स्वरूपगंज व कुकावास से सफलता हासिल हुई। पुलिस की स्पेशल विंग द्वारा आरोपी को गिरफ्तार किया ,जिसमे कोटड़ा थानाधिकारी रामसिंह चूंडावत,मांडवा थानाधिकारी नाथूसिंह ,कांस्टेबल रक्षपाल,तख्तसिंह,दिलीपकुमार, गजराज, सायबर सेल के हेड कांस्टेबल और लोकेश रायकवाल ने सर्च ऑपरेशन कर आरोपी को गिरफ्तार किये।
गत 27 जुलाई को कोटड़ा के गाँधीसरना मार्ग पर एक काम्प्लेक्स में एक सीमेंट की दुकान पर बैठे व्यक्ति पर फायरिंग कर फरार हुए दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जो आरोपी टीयूवी कार लेकर आए थे।उनके साथ अन्य व्यक्ति भी थे। एक व्यक्ति ने कार से नीचे उतरकर देशी कट्टे से फायरिंग किया। कोटड़ा निवासी टाजूज़दीन पिता अजमेरी अब्बासी ने कोटड़ा थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। अपनी रिपॉर्ट में बताया कि सिद्धिक पिता मुंशी शेख और प्रार्थी सीमेंट की दुकान पर बैठे थे। उस समय सुबह 11,30 बज रहे थे। काकवास से एक कार कॉम्प्लेक्स के पास रुकी। जिसमे चेतन बुम्बरीया और अन्य चार व्यक्ति सवार थे। चेतन ने आते ही देशी कट्टे से वो कुछ समझे उसके पहले सिद्दिकी पर फायरिंग कर दी। फायरिंग की एक गोली सिदिकी के पांव पर लगी। जिससे घबरा कर अन्य लोगो ने खेतो में भागकर अपनी जान बचाई।
उस दौरान घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक भूपेन्द्र सिंह,थानाधिकारी रामसिंह चूंडावत मय जाब्ता घटना स्थल पर पहुंच कर घायल युवक को उपचार के लिए कोटड़ा सीएचसी लाया गया। उसका प्राथमिक उपचार कर घायल सिद्दिकी को गुजरात रेफर किया गया। उपस्थित चिकित्सक टीम ने सिदिकी के पैर का ऑपरेशन कर गोली निकाली गई। घटना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंतकुमार ने घटना का दौरा किया। पुलिस उपाधीक्षक भूपेन्द्र सिंह के निर्देशन में कोटड़ा थानाधिकारी रामसिंह चूंडावत, मांडवा थानाधिकारी नाथुसीह मय पुलिस जाब्ता आरोपी को पकडऩे के लिए अनेक जगह दबीश दी। लिहाजा, गुजरात की तरफ भाग जाने से आरोपी पकड में नही आए। इस घटना को मधेनजर शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पानरवा पुलिस,फलासिया पुलिस, झाड़ोल पुलिस उपाधीक्षक गिरधारी सिंह ने कोटड़ा पहुंच कर मामले की जांच की गई। कोटड़ा मुस्लिम समाज ने कोटड़ा पुलिस को ज्ञापन सौंप कर जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की थी।