
भुत्ताला एवं गोगुन्दा की कुकड़ा खेड़ा में पंचायत गांवो के संग कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया
उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत )। उदयपुर जिले के बड़गांव पंचायत समिति के भुत्ताला ग्राम पंचायत एवं गोगुंदा के कुकड़ा खेड़ा में प्रशासन गांवो के संघ का आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर किया गया। कुकड़ाखेड़ा पंचायत में लोगो की समस्या की जनसुनवाई की गई। पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया ने कार्यक्रम में संबंधित ग्राम पंचायतों के कई लोगो को पट्टा वितरण, पेंशन स्वीकृति, सामाजिक सुरक्षा, श्रमिक योजनाओं के तहत विभिन्न लाभ दिए गए। प्रशासन गांवो के संघ अभियान में ग्रामीणों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया। कार्यक्रम को लेकर लोगो मे काफी उत्साह देखने को मिला। लोगों को हाथोहाथ विभिन्न योजनाओं का पात्रता के आधार पर लाभ मिला। कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री डॉ मांगीलाल गरासिया ने ग्रामीणों को राज्य सरकार की कल्यायण कारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। विभिन्न विभागों के अधिकारियों से मौके पर ही हाथोहाथ काम करवाये। उपस्थित ग्रामीणों को आगामी समय में पंचायतो में प्रशासन गांवो के संघ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
अतः इस आयोजन में भाग लेकर लाभ अर्जित करने की भी अपील की गई। ग्रामीणों को अवगत किया गया कि लाभ लेने के लिए अभी से आप संबंधित विभागों के अधिकारियों से मिलकर उनसे समझ कर योजनाओं हेतु आवेदन तैयार करे। साथ ही पट्टे, भूखंड आवंटन, नामान्तरण सहित कई कार्यो हेतु आप पूर्व में संबंधित अधिकारी से समझकर आवेदन तैयार करने का आग्रह किया।जिससे आपको कार्यक्रम स्थल पर उसका लाभ दिया जा सके।
मांगीलाल गरासिया ने कहा कि अधिकांश काम पटवारी सचिव के होते है उनसे निवेदन है लोगो से संवाद करे ।उन्हें प्रेरित करे उन्हें योजनाओं हेतु आने वाले आवेदन में गलतियों का सुधार कर उन्हें सही दिशा बताये। ये केम्प गरीब मजबूर आदिवासी असक्षम लोगो के लिए वरदान है उन्हें यह लाभ मिले उसके लिए खासतौर से सचिव पटवारी पूरा सहयोग करे। ऐसी आशा है।
गरासिया ने अपील कर कहा कि सचिव ,पटवारी तथा पंचायत के संबंधित अधिकारी लोगो के फोन उठाये उन्हें सहयोग करे ।ताकि वे केम्प में पूरा लाभ ले सके।इस अवसर पर गोगुन्दा उपखण्ड अधिकारी नीलम लखारा,तहसीलदार विमलेंद्रसिंह राणावत, विकास अधिकारी जितेंद्रसिंह राजावत और पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया उपस्थित रहे।