गोगुन्दा विधायक प्रताप भील पर दुष्कर्म के झूठे आरोप लगाने वाली महिला पर दर्ज हो केस
उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत )।उदयपुर के गोगुन्दा विधायक प्रतापलाल भील पर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगा कर उदयपुर अम्बा माता थाने में केस दर्ज कराया था। राजनीतिक प्रभाव में आकर महिला ने दुष्कर्म की जूठी रिपोर्ट देकर विधायक के पद को कलंकित किया। जिस किसी के दबाव में आकर पीड़ित महिला को हैरान किया गया था और दबाव में आकर या अपने निजी स्वार्थ के कारण किसी की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है। यह निंदनीय है। महिला ने कोर्ट में जाकर 164 का बयान दर्ज कराया है।
विधायक प्रतापलाल भील पर झूठे आरोप लगाकर दुष्कर्म में फंसाने की कुचेष्टा की है।यह निंदनीय है। देश मे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कानून सख्त हुए है तब से महिलाएं जूठे आरोप लगाने लगी है। दिल्ली हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए कुछ वर्षों पूर्व कहा कि जूठे मुकदमे डालने वाली महिलाओं को सजा होगी। उल्लेखनीय है कि विधायक प्रताप गमेती दो टर्म से गोगुन्दा विधायक के पद पर आरूढ़ है।राजनैतिक षड्यंत्र के तहत विधायक प्रताप भील पर झूठे आरोप लगा कर उनकी छवि खराब करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन जुठ जुठ ही होता है। यह भगवान को मंजूर नही था।
महिला ने यू टर्न लेते हुए उसने कोर्ट में अपनी सफाई में कहा कि प्रताप भील पर केस किसी के दबाव मेंआकर किया गया था। उसके प्रतिरूप जिन लोगो ने दबाव बनाया गया है उस पर भी कानूनी कार्यवाई करने की बात उपरोक्त महिला ने की है।समाज मे तुच्छ स्वार्थ के लिए महिलाएं कानून का गलत इस्तेमाल कर रही है। महिलाएं कुछ आरोप लगाकर अपने झांसों में फंसाकर पैसे लेती है। इस तरह की महिलाओं के लिए हमारा कानून सख्त है।
विधायक प्रताप भील पर लगाए झूठे आरोप से उनकी छवि धूमिल हुई है वही भाजपा पर भी कीचड़ उछाला जा रहा है। इस तरह के आरोप लगाना उसके लिए मजाकिया अंदाज हो सकता है लेकिन विधायक प्रतापलाल भील की छवि बिगड़ी है उसका खामियाजा कौन भरेगा?जूठे आरोपो की सच्चाई सामने आने पर बेशक पीड़ित व्यक्ति आरोपो से मुक्त हो गए है। उनकी नजर में वे बड़े बन गए है लेकिन उनकी खोई हुई इज्जत और सम्मान पाने में वर्षो लग जाएंगे।
यह आरोप खतरनाक है। अन्य अपराध में वह आरोपी प्रभावित होता है जिस पर आरोप लगे है।लेकिन दुष्कर्म के आरोप में वह अकेला नही होता है। उसका परिवार शर्म से मर जाता है। समाज के ताने उसके परिवार का जीना मुश्किल कर देता है।पूरे परिवार को गलत नजर से देखा जाता है। परिवार घर मे कैद बनकर रह जाता है। जिस पार्टी से जुड़े हुए है उसकी छवि भी धूमिल होती है।
ऐसी महिला समाज कंटक बनी हुई है वो सजा की हकदार हैं। उस महिला और अन्य लोग उपरोक्त आरोप में शामिल है उनका पर्दाफाश कर सजा दिलाई जाए। अब सचाई सामने आ गई है लेकिन वो दर्द और मंजर हमेशा सालता ही रहेगा। समाज मे बढ़ते जूठे आरोप के केस और आरोप लगकार ब्लैकमेल करने की घटनाए आम हो गई है। हम संभलकर चलना होगा।यह सभ्य समाज पर कलंक है।