दो साल बाद अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी बाजार हुआ गुलजार
अक्षय तृतीया का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को भारत में बहुत शुभ दिन माना जाता है और इस दिन सोना-चांदी खरीदने से घर एवं व्यापार में बरक्कत होती है, ऐसी मान्यता है और इसलिए ही यह दिन सोने-चांदी के व्यापार के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने कुबेर को खजाना व माता लक्ष्मी को धन की देवी होने का आशीर्वाद दिया था। कोरोना महामारी के दो साल बाद देशभर के सोने-चांदी के बाजारों में रौनक दिखायी दी।
सूरत के भागल इलाके में आशापुरा ऑर्नामेन्टर्स के व्यापारी भरतभाई सोनी ने कहा कि अक्षय तृतीया पर अच्छी खरीदारी हुई है। सुबह से ही दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लग गई थी। शहर के अलग-अलग हिस्सों से लोग उसकी दुकान पर सोना-चांदी खरीदने आते थे। लोग सोना-चांदी खरीद रहे थे। उन्होंने गौमाता के पैर छूकर अपनी दुकान का उद्घाटन किया था।
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण पिछले दो साल से ज्वैलर्स की दुकानें बंद थी। लेकिन अक्षय तृतीया पर फिर से सर्राफा बाजार गुलजार हो गया। जिससे व्यापारियों को काफी राहत मिली है। चांदी के बाजारों में उपभोक्ताओं की भीड़ देखी गई है।