
सायरा क्षेत्र में गर्जना के साथ बरसे बदरा, मौसम हुआ सुहाना
उदयपुर (कांतिलाल मांडोत)। उदयपुर के सायरा उप तहसील में सोमवार को गर्जना के साथ शाम को करीब करीब सभी गांवो में बारिश हुई। किसानों की चिंता बारिश के साथ ही खत्म हो गई। किसानों की खराब होती फसल की चिंता खाए जा रही थी। सोमवार को शाम को भारी बारिश से फसलो को ही जीवनदान नही मिला है, बल्कि मवेशियों के लिए घास चारे की चिंता से लोग परेशान थे। अब घास भी प्रचुर मात्रा में होगी। आज भी क्षेत्र में कही ज्यादा तो कही कम रुकरुक कर बारिश जारी है। भगवान श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी के दिन पूरे क्षेत्रवासियो को भिगो दिया।किसान के साथ व्यापारी भी खुश है। भारत कृषि प्रदान देश है। कृषि के आधार पर ही सभी की निर्भरता है। तरपाल,ढोल, कमोल, पदराडा और अन्य गांवो में रिमझिम बारिश से लोगो का मन मोह लिया है। अब फसल की उम्मीद बढ़ चुकी है।
मौसम विभाग तो पहले ही आगाही कर चुका है कि इस महीने और अगले महीने बारिश किसी को निराश नही करेगी। उतर भारत मे बारिश बहुत ज्यादा होने से अतिवृष्टि हो गई है। उतराखण्ड में भी बहुत बारिश है,जबकि गुजरात मे इस वर्ष बारिश कम ही हुई है। उसी तरह से उदयपुर जिले में कम बारिश है। आज क्षेत्र में बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। क्षेत्र में मक्का की फसल को जीवनदान जरूर मिला है। लोगो क्षेत्र ने बारिश की कामना के लिए भजन कीर्तन कर रहे है। सब्जियां भी प्रचुर मात्रा में होगी। अभी कुएं,तालाबो और कूपो में पानी नही आया है। अभी क्षेत्र में भरपूर बारिश की लोग उम्मीद लगाए बैठे है। अगर भरपूर बारिश नही हुई तो आगामी दिनों में पेयजल संकट से ग्रामीणों को झूझना पड़ेगा। दो दिन की रिमझिम बारिश गर्मी से राहत हुई है। बारिश के कारण मौसम खुशनुमा हो गया है।