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कलास्पर्श की सराहनीय पहल: नालासोपारा, वसई, विरार के डॉक्टरों का कवि सम्मेलन संपन्न

नालासोपारा। नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज और “कलास्पर्श”, डॉक्टरों की कला को बढ़ावा देने वाली संस्था ने 20 अगस्त 2022 को नालासोपारा-वसई-विरार के डॉक्टरों के लिए मानसून कविता पर आधारित “घन निळा – डॉक्टर्स कविसम्मेलन” का आयोजन किया।

संस्था के सचिव डॉ. ओमप्रकाश दुबे ने कार्यक्रम की शुरूआत में कहा, ”हम इन कार्यक्रमों के प्रारूप को उत्तरोत्तर उच्च स्तर पर ले जाने का प्रयास करेंगे ताकि डॉक्टरों की कला को प्रोत्साहन दिया जा सके और उनके व्यस्त जीवन के दैनिक तनाव को दूर किया जा सके” ।

कार्यक्रम में डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे ,डॉ. सुरेश पाटील ,डॉ सूरज गायकवाड,डॉ. रोहिणी पाटील,डॉ. सुरेखा धनावडे,डॉ सचिन मोहन गायधनकर,डॉ. श्रीकांत सिंग,डॉ संजय राजाराम मांजलकर,डॉ उमेश मिश्रा,डॉ सेलीन फिगर,डॉ पुनम सानेर,डॉ प्रतिमा पाटील,डॉ. मोना त्रिवेदी,डॉ.रेणुका पाटील, डॉ.किशोर पांडव, डॉ प्राजक्ता मिनासे यह प्रसिद्ध डॉक्टरों ने “तो, ती आणि पाउस”, “आठवण”,” आया मौसम मॉन्सून का”, ” मला पुन्हा तिची आठवण आली”,” “येतोस तू रुणू झुणू तेव्हा”,” मला उमगलेला पाऊस”,” “पावसाचे येणे जाणे” सभी ने ऐसी कविताओ को प्रस्तुत किया, जिसने दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया l

कार्यक्रम के बीच में डॉ स्वाती भिंगारे और डॉ ज्योति राठी इन के “गडबड कवी संघटनेच्या भन्नाट चारोळ्या” को प्रेक्षकों ने बहुत ही अच्छा प्रतिसाद दिया l

कार्यक्रम का सूत्रसंचालन डॉ. प्रेरणा संजय मांजलकर और डॉ. श्रीकांत पाटिल ने किया और धन्यवाद डॉ. स्वाति भिंगारे ने किया l

यह कार्यक्रम डॉ अस्मिता बनसोड़, डॉ सरिता पासी, डॉ ज्योति राठी इन के सहयोग से एवं कॉलेज के डायरेक्टर डॉ ओमप्रकाश दुबे, संस्था के ट्रस्टी डॉ ऋजुता दुबे, प्राचार्या डॉ. हेमलता शेंडे इनके मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

यह “कलास्पर्श” द्वारा आयोजित चौथा कार्यक्रम है, पहला कार्यक्रम कवि सम्मेलन के रूप में प्रस्तुत किया गया था, दूसरा कार्यक्रम गायन के रूप में था, और तीसरा एक मोनो एक्ट के रूप में प्रस्तुत किया गया था। सौ से अधिक दर्शकों के साथ कार्यक्रम बहुत उत्साही वातावरण में समाप्त हो गया।

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