कोटे के भीतर कोटा का महिला रिजर्वेशन में कांग्रेस का समर्थन
उदयपुर ,( कांतिलाल मांडोत)। उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर में आज अंतिम दिन में कांग्रेस कार्यसमिति की इस खास चिंतन शिविर में अहम फैसला लिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अगुवाई में तीन दिन अनेक मुद्दों पर बातचीत की गई। कांग्रेस की पांच राज्यो में हार के कारणों को जानने के लिए चिंतन शिविर में चर्चा हुई। 430 नेताओ की उपस्थिति में मुद्दों पर विश्लेषण किया गया।कांग्रेस राजनैतिक वापसी के लिए बड़ा दांव खेलकर सत्तारूढ़ भाजपा के लिए विचारणीय पहलू है।
कांग्रेस ने विधानसभा में महिलाओ को 33 फीसद आरक्षण एसी एसटी और ओबीसी वर्ग की महिलाओ को कोटे के अंदर दूसरा कोटा देने का समर्थन किया। कांग्रेस हमेशा कोटे का विरोध किया है लेकिन सियासी दांव खेलकर एक सामाजिक समुह को साधने का प्रयत्न किया है। एसटी एसी और ओबीसी के लिए 50 फीसद आरक्षण कार्यसमिति के लिए रख दिया है। कांग्रेस ने जातीय जनगणना को महत्व देकर सामाजिक न्याय के प्रति पतिबद्धता का प्रमाण दिया है। भाजपा और अन्य दल के वर्चस्व को तोडजर जाति आधारित जनगणना कराने की इच्छुक है और कांग्रेस की सत्ता पाने की बैचेनी कितनी है?इसको लेकर जाति आधारित जनगणना करने की तैयारी की है। सामाजिक और राजनीतिक हकीकत में काफी बदलाव आया है और उसके लिए महिला आरक्षण ओबीसी एसटी एसी में कोटे के मांग चिंतन शिविर में उठाई गई।कांग्रेस के चिंतन शिविर में निजी क्षेत्र में आरक्षण की वकालात की गई।
राहुल ने कहा कि मौजूदा सरकार किसी को बोलने नही देती है। देश को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। जनता के बीच जाने के लिए राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओ अपील की गई। राहुल ने कहा कि सरकार ने हिंदुस्तान के युवाओं के जीवन को नष्ट कर दिया है। बेरोजगारी और महंगाई आम आदमी को परेशान कर रही है।राहुल ने कहा कि हमारी लड़ाई विचाररधारा की है।