
सूरत महानगरपालिका के पदाधिकारियों को लेकर लंबे समय से अटकलों के बीच महानगरपालिका का ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने पर आज नए पद पर पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई। सूरत के मेयर का ताज दक्षेश मावाणी के सिर सजा है।
सूरत के पदाधिकारियों की नियुक्ति से पहले कई नामों की अटकलें लगाई जा रही थीं। एक बार फिर बीजेपी ने साबित कर दिया है कि उसने ऐसे नामों की घोषणा कर दी है जिन पर कोई चर्चा नहीं चल रही है। नाम की घोषणा होते ही हर कोई हैरान है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने पहले ही नो रिपीटेशन की बात कहीं थी। हालांकि, कल समन्वय बैठक में चर्चा के बाद शीतल सोनी, निरंजन झांझमेरा आज मेंडेट लेकर आये। जिसमें मेयर के तौर पर दक्षेश मावाणी के नाम की घोषणा की गई। जबकि स्थायी समिति के अध्यक्ष के तौर पर राजन पटेल का नाम घोषित किया गया है।
डिप्टी मेयर के रूप में नरेंद्र पाटिल और शासक पक्षनेता के नेता के रूप में अमित सिंह राजपूत हिंदी भाषी थे और उनकी जगह शशि त्रिपाठी को बनाया गया है। धर्मेश वानिया वाला को दंडक नियुक्त किया गया है। बीजेपी के अंदरूनी में भी ऐसा लग रहा है कि घोषित नाम का स्वागत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हालांकि, जिन लोगों को अंदरखाने से अपने नामों की घोषणा होने की संभावना थी, वे भी निराश हैं।