सूरत। कपड़ा मंडी सूरत में दिनोंदिन कारोबार में अविश्वास का माहौल पैदा हो रहा है। कपड़ा मंडी में आए दिन धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे है। जिससे कई कारोबारियों के करोड़ों रूपए फंसे हुए है। कपड़ा बाजार में धोखाधड़ी पर लगाम लगे और आपसी विश्वासनीयता बनी रहे इसके कदम उठाए जा रहे है।
फोस्टा ने छह माह के सर्वे में एजेंट एवं व्यापारियों से विचार विमर्श कर 18 मुद्दों को शामिल कर एक एसओपी जारी की है। जिसमें व्यापारी के रेफरेंस एवं एजेंट की आफिस, एड्रेस आदि पर स्वयं रूबरू जाकर वेरिफिकेशन, चेक पास होने पर ही माल भेजना, ऑनलाइन फ्रॉड के मामले के चलते खाते में पेमेंट आने के बाद ही किसी का भरोसा करना, लेनदेन में कोई विवाद होता है तो विक्रेता एवं एजेंट 15 दिन में लिखित जानकारी सप्लायर को देनी होगी।
एजेंसी का स्टाफ यदि नौकरी छोड़ता है तो उसकी जानकारी सप्लायर को लिखित में देनी होगी। एनओजी लिए बिना किसी भी एजेंट से कार्य न करें। वहीं एजेंट का बायोडाटा भरकर सप्लायर को अपने पास रखने को कहा गया है। फोस्टा ने जारी किए गए एसओपी का पालन करने पर ही संबंधित व्यापारी को सहयोग करने की बात कहीं है।
एसओपी कारगर साबित होगी: कैलाश हाकिम
सूरत के व्यापार में विश्वास की परम्परा रही है। अधिकतर एजेंट एवं खरीददार सूरत के व्यापार बढाने में हमेशा मददगार रहे है, किन्तु हम सबके विश्वास को खंडित करने के लिए कुछ गलत मानसिकता वाले लोग हमारे विश्वास के स्वभाव का गलत फायदा उठा कर हमारे व्यापारिक रिश्तो में दरार डालने की कोशीश करते है। ये एसओपी उन लोगों की मानसिकता उजागर करने में बहुत हद तक मददगार साबित होगी। हमारा मानना है कि सभी अच्छे एजेंट इसमें हमारा साथ देंगे।