
सूरत और उधना रेलवे स्टेशन के बीच नई बिछाई गई तीसरी रेल लाइन का काम पूरा होते ही नॉन-इंटर लॉकिंग का काम भी कल पूरा हो गया। वहीं आज सुबह से पश्चिम रेलवे के सेफ्टी कमीशन द्वारा नए ट्रैक का निरीक्षण शुरू किया गया। निरीक्षण रिपोर्ट सही रही तो कल से सूरत और उधना के बीच नया रेल ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ायी जाएगी।
सूरत-मुंबई के बीच पैसेंजर मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियों की भारी आवाजाही रहती है। साथ ही सूरत और जलगांव के बीच दूसरी लाइन के चालू होने के बाद यात्रियों के साथ-साथ मालगाड़ियों की आवाजाही भी बढ़ गई है। सूरत और उधना के बीच केवल दो लाइनें हैं। इसके चलते सूरत-मुंबई और सूरत-जलगांव लाइन पर ट्रेनें प्रभावित हुईं। जलगांव लाइन की ट्रेनों में देरी होती थी, तो सूरत मुंबई लाइन की ट्रेनों को कई बार जलगांव लाइन के ट्रेनों के कारण सिग्नल के पहले रोकना पड़ता था।
क्योंकि जलगांव से आने वाली और सूरत होते हुए वडोदरा-अहमदाबाद जाने वाली ट्रेनों को मुख्य लाइन पर लेने पर 15 से 20 मिनट का समय उधना रेलवे स्टेशन के पास लगता है। जिसके कारण सूरत मुंबई मेन लाइन के दोनों दिशा की ट्रेनों को रोकना पड़े ऐसी स्थिति थी। अगर उन ट्रेनों को सीधे भेजा जाता था तो जलगांव लाइन की ट्रेनों को आउटर सिग्नल पर काफी देर तक रुकना पड़ता था। उपाय के तौर पर रेलवे ने तीन साल पहले सूरत और उधना के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने का शुरू किया था और अब इसमें नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य शुरू है।