
जननायक कर्पूरी ठाकुर सेवा समिति की यूपी के उपमुख्यमंत्री से माफी की मांग
मुंबई। जननायक कर्पूरी ठाकुर सेवा समिति (रजि) राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय शर्मा दीप के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों में उपाध्यक्ष संतोष निरंकार शर्मा,उपाध्यक्ष अमरनाथ शर्मा,प्रधान महासचिव सैन हरिकेश शर्मा नंदवंशी, सचिव हरिशंकर शर्मा, कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा नंदवंशी, कानूनी सलाहकार एडवोकेट अनिल शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य राधा शर्मा (भाजपा ठाणे जिला महिला उपाध्यक्ष)व भारत के सभी देशों में कार्यरत पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के द्वारा न्यूज चैनल पर नाई समाज को अपभ्रंश शब्द नऊवा का प्रयोग करते हुए संबोधित किया जिसका गहरा आक्रोश सभी ने जताया है।
भारतीय जनता पार्टी के सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से नम्र निवेदन है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सम्मा. योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप कर बृजेश पाठक से तत्काल नाई समाज से लिखित माफी मांगने को कहें। उन्हें यह नहीं मालूम नाई समाज के पुर्वज देश को अपना खून पसीना देकर सींचने का कार्य किया है और उसी ने भारत को अखण्ड भारत बनाया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक नऊआ शब्द से संबोधित कर नाई समाज के पुर्वजों को गाली दी है इसलिए नाई समाज से माफी मांगे।यदि बृजेश पाठक अपने अपशब्द वर्तनी जैसे वक्तव्य पर माफी नहीं मांगते तो नाई समाज पुरे देश में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन करेगी।
नाई समाज अपने खून पसीने से कमाता खाता है और कोरोना जैसे महामारी में नाई समाज को सरकार के तरफ से कोई सहायता प्रदान नहीं की गई। सरकारी भीख पाने के लिए नाई समाज लालायित भी नहीं रहता ऐसे में अगर कोई मंत्री,मुख्यमंत्री या कोई और नाई समाज पर टिप्पणी कर अपमानित करने की कोशिश करे तो वह सहन नहीं किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री को यह नहीं मालूम आज जिसे अपशब्द का प्रयोग करके पत्रकार वार्ता टीवी चैनल पर कर रहे हैं उसके पूर्वज नंदवंश और अशोक सम्राट रहें हैं उन्होंने एकक्षत्र राज्य किया है तथा उनके शासनकाल में भारत सोने की चिड़िया हुआ करती थी।ऐसे वंशज के लाल जननायक कर्पुरी ठाकुर रहे हैं जिन्होंने देश को एक दिशा प्रदान की जिसका अनुकरण आज सत्ता के पुजारी उनकी फार्मूले पर चल रहें है।ऐसे वंशजों के पुत्रों को अपशब्द का प्रयोग करके संबोधित करना एक उपमुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है।