सचिन जीआईडीसी अग्निकांड में जिम्मेदारों के खिलाफ हो कानूनी कार्रवाई : असलम साइकलवाला
सूरत के सचिन जीआईडीसी में स्थित एथर इंडस्ट्री में पिछले 29 नवंबर को देर रात भीषण आग लगी थी। जिसमें 27 श्रमिक गंभीर रूप से झुलस गए थे। वे निजी अस्पताल में उपचाराधीन है। जिसमें में से एक श्रमिक की मौत हुई है। प्लांट में आग लगने के 48 घंटे के बाद अन्य 7 श्रमिकों के कंकाल मिले थे। इस घटना को लेकर कांग्रेस के असलम साइकलवाला ने एथर इंडस्ट्री द्वारा श्रमिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही के लिए कानूनी कार्यवाही की मांग करते हुए संयुक्त नियामक औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य कार्यालय सूरत रिजियन को ज्ञापन सौंपा है।
जिसमें बताया कि पूरे घटना में संचालकों की गंभीर लापरवाही के चलते 8 श्रमिकों की मौत हो चुकी है और अन्य 26 श्रमिक उपचाराधीन है। जिसमें कुछ श्रमिकों की हालत गंभीर बनी हुई है। एथर इंडस्ट्री को जीपीसीबी द्वारा फिलहाल प्लांट को क्लोजर नोटिस और जुर्माना भी लगाया है। उन्होंने बताया कि जीपीसीबी की कार्यवाही से यह बात साफ होती है कि एथर इंडस्ट्री के संचालकों द्वारा गंभीर लापरवाही बरती गई है।
संयुक्त नियामक औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य कार्यालय सूरत रिजियन के कार्यक्षेत्र में घटना होने के बावजूद अबतक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने इस घटना में जिम्मेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और एथर इंडस्ट्री के पास अन्य प्लांट में कबाड हटाने समय जिस श्रमिक की मौत हुई है उसके परिवार को एथर इंडस्ट्री संचालकों द्वारा तत्काल 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है।