कर्फ्यू के कारण मां को नहीं मिला वाहन, बीमार पांच साल की बेटी को गोद में उठाकर दौड़ी, लेकिन…
सूरत में कोरोना के मामले बढऩे से रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। इस बीच कर्फ्यू के कारण लोगों को कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है। कल रात को रात्रि कर्फ्यू के चलते एक मां अपनी पांच वर्षीय मासूम बीमार बेटी को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचा पाई, जिससे उसकी मौत हो गई।
पांडेसरा में श्रमिक के परिवार की पांच वर्षीय बेटी की तबीयत खराब हो गई, तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए रिक्शा या कोई अन्य वाहन रात्रि कर्फ्यू की वजह से मिल सका। मजबूर होकर मां बेटी को गोद में उठाकर पांडेसरा से सोसियो सर्कल तक दौड़ी। लेकिन बेटी ने बीच सडक़ पर ही दम तोड़ दिया।
पांडेसरा के गोवालक नगर में रहने वाले श्रमिक छोटू श्रीनाथ मिस्त्री की पांच साल की बेटी अर्चना को बुधवार शाम से दस्त और उल्टी की शिकायत थी। जिसके कारण उसकी हालत गंभीर हो गई और उसकी मौत हो गई। उसके पिता बुधवार को काम पर गए थे। घर पर अर्चना और उसकी मां रिंकू देवी थीं।
मां के पास मोबाइल फोन नहीं था। जिससे वह बेबस और लाचार हो गई। वह लडक़ी को अस्पताल ले जाने के लिए घर से बाहर निकली लेकिन कर्फ्यू के समय में कोई रिक्शा या कोई अन्य वाहन बाहर नहीं मिला। इसलिए उसने बच्चे को उठाया और दौडऩे लगी।
दौड़ते हुए वह आशापुरी पुल पर आयी वहां एक रिक्शा चालक को देखा, लेकिन उसने कर्फ्यू के कारण मना कर दिया। जिसके कारण मजबूर मां ने लडक़ी को उठाकर उधना मगदल्ला रोड पर सोशियो सर्किल पहुंच गई। इस बीच लडक़ी ने दम तोड़ दिया था। उसके पिता कपड़ा बाजार में मजदूरी काम करते हैं। वह बिहार के अरवल जिले का मूल निवासी है और एक महीने पहले रोजगार के लिए सूरत आये थे।